कुल्लू/लाहौल स्पीति: जिला लाहौल स्पीति के जुंडा गांव के सामने पहाड़ी से भूस्खलन होने के चलते चंद्रभागा नदी का बहाव रुक गया है. जिसके चलते चंद्रभागा नदी के पानी के कारण गांव के चार घर पानी में डूब गए हैं. इसके अलावा किसानों की जमीनों को भी खासा नुकसान हुआ है. अब मलबे को हटाकर पानी भी थोड़ी-थोड़ी मात्रा में आगे बढ़ना शुरू हो गया है. वहीं, मुख्य सचिव राम सुभाग सिंह के साथ अन्य अधिकारी भी शिमला से लाहौल पहुंच रहे हैं.
वहीं, जिला प्रशासन की ओर से भी रेस्क्यू कार्य शुरू कर दिया गया है. नदी का पानी रुकने से सबसे अधिक खतरा जुंडा व जसरथ को हुआ है. पानी रुकने से जुंडा के किसानों की जमीन पानी में डूब गए हैं. नदी किनारे की जमीन में अधिकतर ग्रामीणों ने गऊशाला बनाई है, लेकिन चार परिवारों के घर भी वहीं हैं. पानी से डूबता देख चारों परिवार को घर छोड़ना पड़ा है. सभी परिवार सुरक्षित अपने रिश्तेदारों के पास आ गए हैं.
जुंडा के ग्रामीण लाल चंद ने बताया कि देवी चंद, सुखदास, रमेश के घर को खतरा बढ़ गया है. उन्होंने बताया कि नदी लगातार बड़े डैम का रूप लेती जा रही है. चारों परिवारों के घर पानी में डूब गए हैं, जबकि गाए व भेड़ बकरियों को रेस्क्यू किया जा रहा है. तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉक्टर रामलाल मार्कंडेय ने कहा कि लाहौल के नालड़ा गांव के पास भूस्खलन के कारण चंद्रभागा नदी का प्रवाह अवरुद्ध हो गया है.
अधिकारियों को तुरंत मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं. राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं. हालात पर नजर रखी जा रही है. इस विषय पर मुख्यमंत्री से भी विचार विमर्श किया जा रहा है.
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