हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के रहने वाले वेटलिफ्टर विकास ठाकुर ने कॉमनवेल्थ गेम्स में 96 किलोग्राम भार वर्ग में सिल्वर मेडल जीत कर इतिहास रच दिया है. विकास ने (Weightlifter Vikas Thakur Won Silver For India) लगातार यह तीसरी बार काॅमनवेल्थ गेम्स में (cwg 2022 india medals) मेडल अपने नाम किया है. वह इससे पहले 2014 में 85 किग्रा भार वर्ग में सिल्वर और 2018 में 94 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीत चुके हैं. विकास ठाकुर भारतीय वायु सेना में सेवारत हैं.
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में देश के लिए हिमाचल के किसी खिलाड़ी का यह पहला मेडल है. वेटलिफ्टर विकास ठाकुर ने पुरुषों के 96 किलोग्राम भार वर्ग में सिल्वर मेडल जीता है. कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में यह भारत का 12वां मेडल है. भारत को अब तक कॉमनवेल्थ गेम्स में 12 पदक मिल चुके हैं. भारत ने चार गोल्ड, तीन सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं. विकास ठाकुर इससे पहले वेटलिफ्टिंग में कई रिकार्ड अपने नाम कर चुके हैं.
पिछले साल ही राष्ट्रीय भारोत्तोलन प्रतियोगिता में 102 किलोग्राम वर्ग के स्नैच वर्ग में 151 किग्रा भार उठाकर कीर्तिमान स्थापित करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया था. इससे पूर्व भारतीय रेलवे के प्रदीप सिंह ने स्नैच में 150 किलोग्राम भार उठाकर नेशनल रिकॉर्ड बनाया था. इस नेशनल स्पर्धा में 102 किलोग्राम वर्ग में विकास ठाकुर 331 किलोग्राम भार उठाकर नेशनल चैंपियन बने थे.
विकास ठाकुर हमीरपुर के (Weightlifter Vikas Thakur Won Silver For India) टौणीदेवी के रहने वाले हैं. विकास ठाकुर आठवीं बार नेशनल चैंपियन, साउथ एशियन चैंपियन, राष्ट्रमंडल खेल चैंपियन और 96 किलोग्राम वर्ग में स्नैच 159 और क्लीन एंड जर्क में 200 किग्रा भार उठाने का रिकॉर्ड बना चुके हैं. बारी पंचायत के प्रधान रविंद्र ठाकुर ने बताया कि विकास ठाकुर के पिता बृजलाल ठाकुर रेलवे में नौकरी करते हैं. माता आशा ठाकुर गृहिणी हैं. उन्होंने कहा कि परिवार लंबे समय से लुधियाना में रह रहा है. हालांकि बीच-बीच में विकास ठाकुर परिवार सहित अपने घर टौणी देवी आते रहे हैं. विकास ने पढ़ाई लुधियाना से ही की है. विकास ठाकुर के पिता बृजलाल ठाकुर ने बेटे की उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है.
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