हमीरपुर: प्रदेश भर में वेटनरी डॉक्टर 10 से 17 फरवरी तक पेन डाउन हड़ताल (Veterinary doctor pen down strike) पर रहेंगे. हिमाचल डॉक्टर्स संयुक्त संघर्ष समिति (Himachal Doctors Joint Sangharsh Samiti) ने यह ऐलान किया है. संघर्ष समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि प्रदेश सरकार डॉक्टर्स की मांगों को लंबे अरसे से अनसुना कर रही है. जिसके चलते 10 फरवरी से 17 फरवरी तक प्रदेश के सभी कैटेगरी के डॉक्टर सुबह साढ़े नौ बजे से लेकर साढ़े 11 बजे तक पेनडाउन स्ट्राइक करेंगे.
हिमाचल वेटरनरी ऑफिसर्स एशोसिएशन के राज्य महासचिव डॉ. मधुर गुप्ता ने बताया कि सरकार ने नए पे कमीशन में जो विसंगतियां हैं उनका ध्यान नहीं रखा है. इनमें नए वेतनमान में मूल वेतन जमा एनपीए तय सीमा जोकि दो लाख 18 हजार कर दी है, लेकिन पंजाब में दो लाख 37 हजार तय की गई है. ऐसे में नए वेतनमान में तय की गई सीमा से हिमाचल के डॉक्टर्स के आर्थिक हितों का नुकसान हुआ है.
प्रदेश सरकार से मांग की है कि उन्हें भी पंजाब की तर्ज पर एनपीए दिया जाए. इसके अलावा 31 दिसंबर 2015 को 125 फीसदी डीए था, जो डाक्टर के 25 फीसदी एनपीए में जुड़ने के बाद बेसिक में मर्ज होकर आना था और 1 जनवरी 2016 से नई बेसिक बनी थी वह रह गया है. ऐसे में 125 डीए का लाभ नहीं दिया है.
उन्होंने कहा कि वह सरकार से आग्रह करते हैं कि उस सही ढंग से डीए एनपीए में मर्ज करके दिया जाए. सरकार ने एक फरमान जारी किया है कि अनुबंध डॉक्टर्स को बेसिक पे का सिर्फ 60 फीसदी ही मिलेगा, जबकि हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं. उन्होंने मांग की है कि अनुबंध डॉक्टर्स को पूरी बेसक पे और प्लस 20 फीसदी एनपीए दिया जाए.