हमीरपुर: कोरोना महामारी के कारण बेरोजगार हुए होटल इंडस्ट्री से जुड़े युवाओं ने गुरुवार को उपमंडल बड़सर और ग्राम पंचायत बिझड़ी में थाली पीटकर विरोध प्रदर्शन किया. दरअसल पिछले 4 महीनों से होटल इंडस्ट्री बंद होने के कारण प्रदेश के लाखों युवा बेरोजगार हो चुके हैं, जिससे उनन्हें परिवार का पालन-पोषण करने में मुश्किल हो रही है.
बता दें कि अब ये युवा सरकार से कोई मदद न मिलने पर प्रदर्शन कर सरकार को जगाने का प्रयास कर रहे हैं. आलम ये है कि उनकी जेब में पड़ी थोड़ी बहुत पूंजी भी खत्म हो चुकी है और अब ये होटल कर्मी दूसरे काम धंधों की तरफ रुख करना चाहते हैं, लेकिन व्यवसाय के लिए पूंजी की कमी आड़े आ रही है. युवाओं का कहना है कि बेरोजगार हो चुके लोगों को रोजगार के नए अवसर प्रदान करने के लिए सरकार को आगे आना चाहिए, ताकि युवाओं को बिना शर्त के नए रोजगार मिल सकें और वो अपना जीवन यापन अच्छे से कर सकें.
युवा अमित पठानिया ने बताया कि अगर बैंक में लोन लेने जाएं तो वो भी आसानी से नहीं मिल पा रहा और सरकार अभी तक बेरोजगार हो चुके युवाओं के लिए कोई पॉलिसी भी नहीं बना पाई है. उन्होंने कहा कि 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज की बात धरातल पर कहीं भी दिखाई नहीं दे रही है और अब हालात यहां तक पहुंच चुके हैं कि आने वाले समय में हमें दाने-दाने के लिए मोहताज होना पड़ सकता है.
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