हमीरपुरः ग्रामीण क्षेत्रों को सड़कों से जोड़कर इनकी तकदीर और तस्वीर बदलने वाली प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना ने जिला हमीरपुर में भी बड़ा कमाल कर दिखाया है. इस योजना के माध्यम से हमीरपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर सड़कों का जाल बिछ गया है. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के कारण ही जिला का लगभग हर गांव सड़क सुविधा से जुड़ चुका है. साथ ही सड़कों के घनत्व के मामले में हमीरपुर देश के अग्रणी जिलों में शुमार हो गया है.
लोक निर्माण विभाग के माध्यम से कार्यान्वित की जा रही पीएमजीएसवाई(प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना) के तहत हमीरपुर जिला की 166 सड़कों के लिए कुल 292 करोड़ 65 लाख रुपये का बजट मंजूर हुआ था. इनमें से 135 सड़कों के काम पूरे हो चुके हैं, जिन पर लगभग 145 करोड़ की धनराशि खर्च की जा चुकी है.
विभाग के अधीक्षण अभियंता एनपीएस चौहान ने बताया कि इस योजना के माध्यम से जिला के 103 गांवों को पक्की सड़कों से जोड़ा जा चुका हैं. इनमें से छह गांवों की आबादी 1000 से अधिक और 30 गांवों की आबादी 500 से 1000 तक है. इनके अलावा ढाई सौ से अधिक आबादी वाले 67 गांवों में भी पीएमजीएसवाई के माध्यम से सड़कें पहुंचाई गई हैं.
अधीक्षण अभियंता ने बताया कि इसी योजना के तहत जिला में अभी 23 सड़कों के निर्माण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य तेजी से चले हुए हैं, जबकि 8 अन्य सड़कों की टेंडर आवंटन प्रक्रिया जारी है. टेंडर आवंटन प्रक्रिया पूरी होते ही इन सड़कों के काम भी शुरू कर दिए जाएंगे.
अधीक्षण अभियंता ने बताया कि पीएमजीएसवाई के प्रथम चरण में जिला में कुल 760 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया जाना था, जिसमें से करीब 628 किलोमीटर सड़कें बनाई जा चुकी हैं. योजना के दूसरे चरण में 80 किलोमीटर से अधिक सड़कों के सुदृढ़ीकरण के लिए लगभग 73 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया गया है.
अधीक्षण अभियंता ने बताया कि इस योजना के तहत निर्मित सड़कों की गुणवत्ता पर विशेष जोर दिया जाता है. इसके लिए उच्च मानक तय किए गए हैं. नई सड़क के निर्माण से लेकर इसे पक्का करने और उसके बाद पांच वर्षों तक उसके रखरखाव एवं मरम्मत को लेकर ठेकेदार की जवाबदेही तय की जाती है. इन उच्च मानकों के कारण आज दूरदराज के गांवों में भी अच्छी और पक्की सड़कों का निर्माण सुनिश्चित हो रहा है.
इस प्रकार प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना ने हमीरपुर जिला के कभी दुर्गम माने जाने वाले जिला के कई गांवों में भी आज पक्की और चौड़ी सड़कों पर वाहन सरपट दौड़ रहे हैं. इन गांवों के लिए पीएमजीएसवाई एक वरदान साबित हुई है.
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