हमीरपुर: बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष और हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (HPCA) के अध्यक्ष अरुण सिंह धूमल ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने अतंरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच के अलावा हिमाचल के ग्रामीण इलाकों में खेलों के आधारभूत सुविधाओं की कमी पर चर्चा की.
अरुण धूमल ने कहा कि प्रदेश सरकार और केंद्र मिलकर इस कार्य को बेहतर तरीके से कर सकते हैं. केंद्र में अब खेल मंत्रालय अनुराग सिंह ठाकुर देख रहे हैं. ऐसे में प्रदेश सरकार इस दिशा में उनके सहयोग से ग्रामीण इलाकों में खिलाड़ियों को बेहतर सुविधा मुहैया करा सकती है.
हिमाचल में अंतरराष्ट्रीय किक्रेट मैच के आयोजन पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि इस बार धर्मशाला में मैच कराने के लिए आईसीसी से अनुमति ली थी. कोरोना की वजह से सारी व्यवस्थाएं खराब हो गईं. हालात ठीक रहते तो यहां टी-20 वर्ल्ड कप के छह से सात मैच खेले जाते. लेकिन अब सारे मैच यूएई में खेले जाएंगे. भविष्य में जब भी हालात ठीक होते हैं तो धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम में मैच जरूर कराए जाएंगे.
साल 2023 में वनडे वर्ल्ड कप का आयोजन भारत में होने वाला है. ऐसे में हम कोशिश करेंगे कि अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी करने का मौका धर्मशाला को भी मिलेगा. हिमाचल में क्रिकेट के क्षेत्र में खेल स्टेडियम विकसित करने को लेकर उन्होंने कहा कि धर्मशाला के अलावा प्रदेश में हर जिले में प्रदेश सरकार अगर जमीन मुहैया कराती है तो हम वहां सुविधायुक्त स्टेडियम बनाने की कोशिश करेंगे.
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बीसीसीआई में काम करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से क्रिकेट बोर्ड को काफी नुकसान हुआ है. कई वर्ल्ड लेवल की एसोसिएशन हैं जो कंगाली के कगार पर पहुंच गई हैं. अगर, क्रिकेट मैच शुरू नहीं होता और उनके आय का जरिया नहीं बनता तो निश्चित तौर पर उन्हें परेशानी आएगी. कोरोना की वजह से क्रिकेट का स्तर काफी नीचे गिर गया है. ऐसे में विश्व में क्रिकेट और मजबूत हो. जो अच्छी टीमें हैं उनमें क्वालिटी वापस आए ताकि अच्छा क्रिकेट देखने को मिले. उसके लिए बीसीसीआई प्रयासरत है.
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