हमीरपुर: संयुक्त कर्मचारी महासंघ के बैनर तले टाउन हॉल हमीरपुर में कर्मचारियों का महासम्मेलन आयोजित हुआ. सम्मेलन में वेतन विसंगतियों और पुरानी पेंशन बहाली को लेकर प्रमुखता से मांग उठाई गई. सम्मेलन के बाद सैकड़ों कर्मचारियों ने ऐतिहासिक गांधी चौक की तरफ कूच किया और यहां पर भी कर्मचारी नेता अपनी मांगों को लेकर खूब गरजे.
कर्मचारी नेताओं का कहना है जब तक मांगे पूरी नहीं होती है (Joint Employees Federation himachal) यह आंदोलन लगातार जारी रहेगा. महासंघ के पदाधिकारियों ने दो टूक शब्दों में कहा है कि वह पंजाब से ज्यादा वेतन नहीं मांग रहे हैं और पंजाब से कम वेतनमान उन्हें कबूल भी नहीं है. पिछले कई दशकों से पंजाब की तर्ज पर ही वेतनमान हिमाचल के कर्मचारियों को मिल रहा है ऐसे में इस बार बदलाव क्यों किए जा रहे हैं.
राजस्थान में पुरानी पेंशन बहाल (old pension restored in rajasthan) करने के लिए निर्णय लिया गया है. अगर पुरानी पेंशन बहाल नहीं होती है तो हजारों कर्मचारी शिमला कूच करेंगे. टाउन हॉल हमीरपुर में महासम्मेलन आयोजित करने के बाद संयुक्त कर्मचारी महासंघ के बैनर तले ही गांधी चौक हमीरपुर तक रैली भी निकाली गई. इस दौरान समस्याओं के समाधान और मांगों को पूरी करने के समर्थन में जमकर नारेबाजी भी की गई. इस दौरान शिक्षा विभाग से जुड़ी हुई सभी यूनियन, राजस्व विभाग, जल शक्ति विभाग, लोक निर्माण विभाग और एचआरटीसी समेत कई विभागों के कर्मचारियों की यूनियन ने इस महासम्मेलन में हिस्सा लिया.
हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड कर्मचारी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष एवं चीफ कोऑर्डिनेटर संयुक्त कर्मचारी महासंघ कुलदीप सिंह खरवाड़ा ने कहा कि जब तक पुरानी पेंशन बहाली और वेतन विसंगतियों के समाधान की मांग (Demand restoration of ops in Himachal) पूरी नहीं होती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा. यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होती है और कर्मचारी महासंघ के साथ वार्ता नहीं होती है तो प्रदेश के अन्य जिलों में भी बड़े स्तर पर यह सम्मेलन और प्रदर्शन किए जाएंगे. राजस्थान में पुरानी पेंशन बहाल करने का निर्णय लिया गया है. ऐसे में प्रदेश सरकार हिमाचल में भी पुरानी पेंशन बहाली के लिए रास्ता तैयार करे.
ये भी पढ़ें: दो परिवारों के बीच हो रही थी लड़ाई, तभी नीचे गिर गया बुजुर्ग, हो गई मौत