हमीरपुरः देश में डीजल और पेट्रोल की कीमतें आसमान छू रही हैं, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव अब तक के इतिहास में सबसे निम्न स्तर पर है. लगभग 20 रुपए प्रति लीटर भारत की खरीद है, बाकी सब सभी जरूरी खर्चे डाल कर लगभग 29 रुपए प्रति लीटर भाव पड़ रहा है, लेकिन जनता को डीजल 71 रुपये में और पेट्रोल 77.67 पैसे बेचा जा रहा है.
यह समय खरीफ की फसलों की बुआई का है, ऐसे में किसानों पर तेल की कीमतों में हुई अप्रत्याशित वृद्धि की दोहरी मार पड़ रही है. दूसरी ओर आमजन के लिए आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में भी भारी इजाफा हो गया है.
हमीरपुर में वाहन चालकों का कहना है कि सरकार दिनों दिन पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ा रही हैं, जिससे उनकी जेबों पर दोगुनी मार पड़ रही है. वाहन चालकों का कहना कि पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों का कोरोना काल में उन्हें गाड़ी चलाना बहुत मुश्किल हो गया है.
उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान लाखों लोगों का रोजगार छीन गया है. वहीं, अब सरकार पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ाकर सभी देशवासियों को महंगाई से मार दे रही हैं. वाहन चालकों को कहना है कि पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ने से महंगाई भी बढे़गी, जिससे गरीब व मध्यम वर्ग के परिवारों की भविष्य में और मुश्किलें बढ़ेंगी.
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के चलते लगे लॉकडाउन के कारण पहले से ही आम आदमी की कमर टूट गई है. ऐसे में सरकारें पेट्रोल डीजल की कीमतों को बढ़ाकर आम आदमी पर बोझ डालने का काम कर रही है. पेट्रोल-डीजल की कीमत यूं तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में कम है, लेकिन केंद्र और राज्य सरकार अपनी जेब भरने के लालच में आमजन पर अतिरिक्त भार डाल रही है.
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