सुजानपुर: विधायक राजेंद्र राणा ने हिमाचल भवन चंडीगढ़ में सरकारी लापरवाही का आरोप लगाया है. राजेंद्र राणा ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकारी सिस्टम कोरोना महामारी में इंतजामों के नाम सरकार को गुमराह कर रही है. सरकारी अमले ने हिमाचल भवन चंडीगढ़ को अपने परिवारों व रिश्तेदारों की मौज का अड्डा बनाकर रखा है.
राजेंद्र राणा ने कहा कि जयराम सरकार ने चंडीगढ़ व इसके आसपास फंसे हिमाचली छात्रों व कामगारों के लिए हिमाचल भवन को खोलने के आदेश दिए हैं. इस विकट स्थिती में भी सरकारी अफसरों के बच्चों को यहां ठहराया गया, जो कि सरासर गलत है.
महामारी के इस मुश्किल दौर में गरीब छात्रों को सरकार के आदेश के बावजूद कोई राहत नहीं मिल पा रही है. 400 से 500 छात्रों, कामगारों की गुहार को नजरअंदाज करके हिमाचल भवन को अफसरों ने अपने बच्चों व रिश्तेदारों को ठहराने का अड्डा बनाया हुआ है, जबकि सरकार ने हिमाचली छात्रों व कामगारों के लिए हिमाचल भवन को खोलने के आदेश दिए हैं.
राणा ने कहा कि जब इस बात का खुलासा हुआ तो वहां के प्रबंधक स्टाफ ने मीडिया तक को भी सूचना देने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि कमोवेश दिल्ली हिमाचल सदन व हिमाचल भवन के भी यही हालात हैं. जो सुविधा सरकार ने आम फंसे हुए हिमाचलियों के लिए दी थी उसका दुरुपयोग सरकारी अमला खूब कर रहा है. राणा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह किया है कि वह इस मामले में दोषी सरकारी अमले की जवाबदेही तय करके तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करे.
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