हमीरपुर: नादौन के जलाड़ी गांव निवासी मेजर अंकित ठाकुर को बहादुरी एवं अदम्य साहस के लिए सेना मेडल मिलने की घोषणा के बाद क्षेत्र भर में प्रसन्नता की लहर है. मेजर अंकित ठाकुर असम राइफल्स में उत्तर पूर्वी राज्य में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. जानकारी देते हुए अंकित के पिता सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य खुशिन्दर सिंह परिहार और लेक्चरर माता प्रवीण ने बताया कि उन्हें आज ही इस संबंध में सूचना मिली. उन्होंने बताया कि अरुणाचल प्रदेश में एक बड़े आतंकी को मारने और उसके एक ठिकाने से हथियारों के बहुत बड़े जखीरे को बरामद करने पर उनके बेटे अंकित ठाकुर को सेना का यह प्रतिष्ठित सम्मान मिला.
बहुत दुर्गम स्थल पर किए गए सेना के इस ऑपरेशन को मेजर अंकित लीड कर रहे थे. उनके माता-पिता ने बताया कि अंकित की प्रारंभिक शिक्षा सैनिक स्कूल सुजानपुर में हुई .उसके बाद वह एनडीए में सिलेक्ट हो गए और 2009 में देहरादून अकादमी से पास आउट हुए. 2010 में वह रेजिमेंट इन आर्टिलरी में बतौर लेफ्टिनेंट कमीशंड हुए. वह चाइना सीमा पर धारचूला, कोलकाता, अमृतसर, जोधपुर, बठिंडा व कश्मीर में अपनी सेवाएं दे चुके हैं.
वर्तमान समय में वह अरुणाचल प्रदेश में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. अंकित के छोटे भाई शुभम ठाकुर मर्चेंट नेवी में हैं. अंकित ठाकुर को मिले सेना के इस प्रतिष्ठित सम्मान को लेकर माता-पिता एवं परिजनों सहित क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर हैं. लोगों का कहना है कि अदम्य साहस व बहादुरी के लिए अंकित को मिले इस सम्मान से क्षेत्र का गौरव बढ़ा और युवाओं के लिए एक प्रेरणा है.
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