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हमीरपुर की स्टाफ नर्स विजेता ने कोविड वैक्सीनेशन में बनाया कीर्तिमान, महज 10 महीने में लगाए वैक्सीन के 47 हजार डोज

हिमाचल प्रदेश में कोरोना टीकाकरण (vaccination in hamirpur) बड़ी चुनौती माना जा रहा था, लेकिन मेडिकल कॉलेज हमीरपुर (hamirpur medical collage) की स्टाफ नर्स विजेता धर्माणी (hamirpur staff nurse vijeta) ने 10 महीने के अंतराल में 47 हजार कोविड वैक्सीन के डोज लगाकर प्रदेश में नया कीर्तिमान स्थापित किया है. स्टाफ नर्स विजेता धर्माणी वैक्सीन सेंटर की इंचार्ज हैं. स्टाफ नर्स विजेता और उनकी टीम के द्वारा प्रदेश भर में सबसे ज्यादा वैक्सीन डोज लगाई गई है.

hamirpur staff nurse vijeta
फोटो.
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Published : Dec 8, 2021, 3:40 PM IST

हमीरपुर: महज 10 महीने के अंतराल में 47 हजार कोविड-19 वैक्सीन के डोज लगाकर मेडिकल कॉलेज हमीरपुर (hamirpur medical collage) की स्टाफ नर्स विजेता धर्माणी (hamirpur staff nurse vijeta) ने कीर्तिमान स्थापित किया है. महामारी के दौर में साढ़े 3 साल की बच्ची को घर पर छोड़ कर विजेता इस कार्य को किया है. महामारी के दौर में टीकाकरण (vaccination in hamirpur) अपने आप में एक बड़ी चुनौती स्वास्थ्य विभाग के लिए माना जा रहा था, लेकिन विजेता जैसे कोरोना योद्धाओं ने इस चुनौती को अवसर के रूप में देखा. इतना ही नहीं जरूरत पड़ने पर स्टाफ नर्स विजेता छुट्टी के बावजूद भी घर से मेडिकल कॉलेज में टीकाकरण के लिए पहुंच जाती हैं.


टीकाकरण महज इंजेक्शन लगाने का ही कार्य नहीं था. इसमें तमाम औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए एक टीम कार्य करती हैं. पोर्टल पर ऑनलाइन एंट्री समेत हर कार्य को इसमें शामिल किया जाता है. उनकी इस उपलब्धि के लिए राज्य स्तर पर उन्हें सम्मानित भी किया जा चुका है. इमरजेंसी में जब भी प्रबंधन की तरफ से उन्हें कार्य के लिए बुलाया गया तो वह हमेशा ही इसके लिए तत्पर रहते हैं.

स्टाफ नर्स विजेता धर्माणी का कहना है कि टीम के सहयोग से ही यह कार्य संभव हो पाया है और उच्च अधिकारियों का इसमें पूरा सहयोग उनको मिला है. शुरुआती दिनों में तो मन में डर था कि किस तरह से इस कार्य को करेंगे, लेकिन धीरे-धीरे सब के सहयोग से इस कार्य को पूर्ण किया है.


मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के वैक्सीनेशन नोडल अधिकारी डॉ. तरुण का कहना है कि शुरुआती दिनों में ही इस कार्य के लिए स्टाफ को ट्रेंड किया गया था. डाटा एंट्री और वैक्सीनेशन के लिए व्यवस्थित तरीके से कार्य किया गया. शुरुआती दिनों में परेशानी पेश आती थी, लेकिन उच्च अधिकारियों का सहयोग इसमें हमेशा ही मिलता रहा. शुरुआती दिनों में तो काम कम होता था. बीच में जब काम बढ़ा तो लोगों की भीड़ के कारण चुनौती सामने होती थी, लेकिन स्टाफ नर्स विजेता धर्मानी ने बेहतर कार्य करते हुए मिसाल कायम की है.

मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रमेश चौहान का कहना है कि स्टाफ नर्स विजेता धर्माणी वैक्सीन सेंटर की इंचार्ज (vaccination center incharge) हैं. स्टाफ नर्स विजेता और उनकी टीम के द्वारा प्रदेश भर में सबसे ज्यादा वैक्सीन डोज लगाई गई है. उनकी इस उपलब्धि को देखते ही जिला की तरफ से उनका नाम अवार्ड के लिए भेजा गया था और उन्होंने राज्य स्तर पर अवार्ड हासिल कर अस्पताल का और जिले का नाम रोशन किया है.


डीसी हमीरपुर देवश्वेता बनिक ने कहा कि स्टाफ नर्स विजेता ने अवार्ड हासिल किया है. लोगों के साथ कार्य के दौरान विजेता का व्यवहार सराहनीय है. इसके लिए वह मेडिकल कॉलेज हमीरपुर व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को बधाई देते हैं.

ये भी पढ़ें: डलहौजी MLA आशा कुमारी का सरकार पर तंज, वैक्सीनेशन का झूठा आंकड़ा दर्शाकर प्रदेश को ना करें बदनाम

हमीरपुर: महज 10 महीने के अंतराल में 47 हजार कोविड-19 वैक्सीन के डोज लगाकर मेडिकल कॉलेज हमीरपुर (hamirpur medical collage) की स्टाफ नर्स विजेता धर्माणी (hamirpur staff nurse vijeta) ने कीर्तिमान स्थापित किया है. महामारी के दौर में साढ़े 3 साल की बच्ची को घर पर छोड़ कर विजेता इस कार्य को किया है. महामारी के दौर में टीकाकरण (vaccination in hamirpur) अपने आप में एक बड़ी चुनौती स्वास्थ्य विभाग के लिए माना जा रहा था, लेकिन विजेता जैसे कोरोना योद्धाओं ने इस चुनौती को अवसर के रूप में देखा. इतना ही नहीं जरूरत पड़ने पर स्टाफ नर्स विजेता छुट्टी के बावजूद भी घर से मेडिकल कॉलेज में टीकाकरण के लिए पहुंच जाती हैं.


टीकाकरण महज इंजेक्शन लगाने का ही कार्य नहीं था. इसमें तमाम औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए एक टीम कार्य करती हैं. पोर्टल पर ऑनलाइन एंट्री समेत हर कार्य को इसमें शामिल किया जाता है. उनकी इस उपलब्धि के लिए राज्य स्तर पर उन्हें सम्मानित भी किया जा चुका है. इमरजेंसी में जब भी प्रबंधन की तरफ से उन्हें कार्य के लिए बुलाया गया तो वह हमेशा ही इसके लिए तत्पर रहते हैं.

स्टाफ नर्स विजेता धर्माणी का कहना है कि टीम के सहयोग से ही यह कार्य संभव हो पाया है और उच्च अधिकारियों का इसमें पूरा सहयोग उनको मिला है. शुरुआती दिनों में तो मन में डर था कि किस तरह से इस कार्य को करेंगे, लेकिन धीरे-धीरे सब के सहयोग से इस कार्य को पूर्ण किया है.


मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के वैक्सीनेशन नोडल अधिकारी डॉ. तरुण का कहना है कि शुरुआती दिनों में ही इस कार्य के लिए स्टाफ को ट्रेंड किया गया था. डाटा एंट्री और वैक्सीनेशन के लिए व्यवस्थित तरीके से कार्य किया गया. शुरुआती दिनों में परेशानी पेश आती थी, लेकिन उच्च अधिकारियों का सहयोग इसमें हमेशा ही मिलता रहा. शुरुआती दिनों में तो काम कम होता था. बीच में जब काम बढ़ा तो लोगों की भीड़ के कारण चुनौती सामने होती थी, लेकिन स्टाफ नर्स विजेता धर्मानी ने बेहतर कार्य करते हुए मिसाल कायम की है.

मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रमेश चौहान का कहना है कि स्टाफ नर्स विजेता धर्माणी वैक्सीन सेंटर की इंचार्ज (vaccination center incharge) हैं. स्टाफ नर्स विजेता और उनकी टीम के द्वारा प्रदेश भर में सबसे ज्यादा वैक्सीन डोज लगाई गई है. उनकी इस उपलब्धि को देखते ही जिला की तरफ से उनका नाम अवार्ड के लिए भेजा गया था और उन्होंने राज्य स्तर पर अवार्ड हासिल कर अस्पताल का और जिले का नाम रोशन किया है.


डीसी हमीरपुर देवश्वेता बनिक ने कहा कि स्टाफ नर्स विजेता ने अवार्ड हासिल किया है. लोगों के साथ कार्य के दौरान विजेता का व्यवहार सराहनीय है. इसके लिए वह मेडिकल कॉलेज हमीरपुर व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को बधाई देते हैं.

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