हमीरपुरः बिजली कर्मचारियों और अभियंताओं के राष्ट्रीय समन्वय समिति के आह्वान पर हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड इंप्लाइज यूनियन की हमीरपुर यूनिट ने वीरवार को एक बैठक का आयोजन किया. बैठक में बिजली बोर्ड के निजीकरण के प्रस्ताव पर चर्चा की गई और इसका पुरजोर विरोध किया गया.
बैठक की अध्यक्षता उपाध्यक्ष कामेश्वर दत्त शर्मा और प्रदेश उप महासचिव जितेंद्र दीवान ने की. यूनियन के प्रदेश उप महासचिव जितेंद्र धीमान ने कहा कि बिजली कर्मचारियों और अभियंताओं के राष्ट्रीय समन्वय समिति की ओर से प्रदेश भर में आज के दिन विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है.
निजीकरण को बढ़ावा देने की जा रही कोशिश
हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड इंप्लाइज यूनियन बिजली संशोधन बिल 2020 का विरोध जता रहा है. यूनियन का कहना है कहा कि इस बिल के जरिए निजीकरण को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि इससे एक तरफ जहां कर्मचारियों को नुकसान उठाना पड़ेगा तो वहीं दूसरी तरफ उपभोक्ताओं को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.
यूनियन के नेताओं का कहना है कि बिजली कंपनियों के निजीकरण से इनका स्वामित्व निजी हाथों में चला जाएगा और इनके संपत्तियों को कौड़ियों के भाव बेच दिया जाएगा और विभाग में कार्यरत कर्मचारियों को भी निजी कंपनियों के अधीन सेवा शर्तों पर कार्य करना होगा.
छोटे उपभोक्ताओं को महंगी दरों पर मिलेगी बिजली
उन्होंने कहा कि इस संशोधन कानून के प्रभाव में आने से बोर्ड भी घटित होकर सभी कार्यों को अलग-अलग करने के साथ वितरण के कार्यों को भी छोटी-छोटी कंपनियों को आवंटित कर देगा. निजीकरण के बाद जहां बड़े उपभोक्ताओं को उनके सुविधानुसार बिजली की सप्लाई मिलेगी तो वहीं छोटे उपभोक्ताओं को महंगी दरों पर बिजली प्राप्त होगी. इससे विद्युत आपूर्ति भी पूरी तरह से प्रभावित होगी.
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