हमीरपुर: जिला मुख्यालय से सटे प्रतापनगर चेन स्नेचिंग के प्रयास की वारदात से शहरियों की चिंताएं बढ़ गई हैं. जिस जगह पर यह वारदात सामने आई वहां से महज 100 मीटर की दूरी पर लगा सीसीटीवी कैमरा भी खराब निकला है. कुछ साल पहले ही पुलिस ने यह कैमरा यहां पर लगाए थे. आपको यह जानकार हैरानी होगी कि 11 वार्ड वाले हमीरपुर शहर में गश्त का जिम्मा महज 12 पुलिस और होमगार्ड जवानों पर है. यह जवान रात्रि गश्त महज शहर के मुख्य चौराहों पर करते हैं, शहर की गलियों और वार्डों इनके गश्त के दायरे में नहीं हैं. ऐसे में गलियों के भीतर चेन स्नेचिंग की वारदात के प्रयास से शहरियों की चिंता बढ़ना भी लाजिमी है.
ताजा मामला बुधवार देर शाम पौने आठ बजे का है. प्रतापनगर (chain snatching incident in Hamirpur) पर सैर पर निकले दंपति के साथ यह वारदात पेश आई थी. महिला उर्मिला गुप्ता की शिकायत के बाद पुलिस मौके पर जांच के लिए पहुंची, लेकिन मौका वारदात से महज 100 मीटर दूरी पर लगा पुलिस का सीसीटीवी कैमरा खराब निकला. इसके अलावा निजी घरों में प्रतानगर के नीलकंठ महादेव मंदिर के पास जो कैमरे लगे थे उनके हल्का अंधेरा होने की वजह से सड़क से गुजर रहे वाहन धुंधले की नजर आ रहे हैं.
ऐसे में अब इस मामले को सुलझाना पुलिस के लिए कुछ हद तक परेशानी भरा हो गया है. डीएसपी हेडक्वार्टर रोहिन डोगरा का कहना है कि पुलिस गश्त का दायरा जिला मुख्यालय में बढ़ाया जाएगा. मुख्य चौराहों पर गश्त के साथ ही वार्ड और गलियों में गश्त बढ़ाई जाएगी. पैदल गश्त के साथ ही पुलिस टीम नाके लगाकर पर रात को गशत कर रही है. शहर में सीसीटीवी कैमरा को भी दुरस्त किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रतापनगर वाले मामले में पुलिस की छानबीन जारी है.
देखरेख न होने से कैमर खराब, गश्त की महज छह बीट: हमीरपुर शहर (defective cctv in Hamirpur) के इर्द गिर्द वार्ड और गलियों में भी कुछ साल पहले जिला पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे लगाए थे, लेकिन अब कितने कैमरे काम कर रहे हैं यह कहना मुश्किल है. शहर में लगे जो कैमर काम भी कर रहे है उनकी क्वालिटी भी सही नहीं है. शहर में सदर थाना के रात्रि पैदल गश्त बीट चार्ट में छह स्पॉट हैं. पुलिस के दो जवान हर बीट में गश्त करते हैं. अणु चौक, हीरानगर, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, कोर्ट कांप्लेक्स से अणु की तरफ, मुख्य बाजार और भोटा चौक पर 12 जवान गश्त करते हैं.
गश्त के लिए नगर परिषद जिला पुलिस को लिखेगा पत्र: नगर परिषद हमीरपुर के वार्ड नंबर तीन प्रतापनगर की पार्षद डिंपलबाला का कहना है कि वार्ड और गलियों में पुलिस गश्त जरूरी है. वार्ड में पिछले दिनों भी चोरी की वारदातें सामने आई थी यदि पुलिस गश्त होगी तो कुछ हद तक ऐसी वारदातों में कमी आएगी. नगर परिषद हमीरपुर के अध्यक्ष मनोज कुमार मिन्हास का कहना कि कुछ साल पहले तक वार्ड में पुलिस टीम गश्त करती थी, लेकिन अब गश्त नहीं हो रही है. जिस वजह से दिक्कत पेश आ रही है. जिला पुलिस को पत्र लिखकर वार्ड में पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग की जाएगी.
पुलिस पर बजट और स्टाफ की कमी भारी: जिला पुलिस हमीरपुर पर पुलिस और बजट की कमी भारी पड़ रही है. हालात ऐसे हैं सालों पहले शहर में लगाए गए कैमरे आउटडेटिड हो चके है. प्रचलन से बाहर इन कैमरों को बदलने की जरूरत है. नाइट विजन वाले अत्याधुनिक कैमरे की जरूरत है, ताकि मामलों की जांच में आसानी हो सके. स्टाफ की कमी लंबे समय से चली आ रही है. कुछ कर्मचारी प्रमोशन के चलते प्रशिक्षण पर हैं और सदर थाना हमीरपुर से कुछ कर्मचारियों को चौकियों में ड्यूटी पर लगाया गया है. भोटा पुलिस चौकी को स्टाफ नोटिफाई होने तक सदर थाना से स्टाफ भेजा गया है. ऐसे में स्टाफ की कमी भी जिला पुलिस पर भारी पड़ रही है.
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