हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर में जारी एबीवीपी कार्यकर्ताओं की हड़ताल के 17वें दिन (ABVP HUNGER STRIKE IN HPTU) विश्वविद्यालय के अधिकारी विद्यार्थियों से बातचीत करने के लिए पहुंचे. तकनीकी शिक्षा मंत्री रामलाल मारकंडा के हस्तक्षेप के बाद अधिकारियों ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं की मांगों को (students Demand in HPTU Hamirpur) पूरा करने का आश्वासन दिया और क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों को हड़ताल वापस लेने की मांग की, लेकिन विद्यार्थियों ने अधिकारियों के आश्वासन को सिरे से नकार दिया.
विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं का कहना है कि (ABVP HUNGER STRIKE IN HPTU) जब तक तकनीकी शिक्षा मंत्री रामलाल मारकंडा और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की तरफ से कोई अधिकारिक स्टेटमेंट जारी नहीं किया जाता है तब तक क्रमिक भूख हड़ताल जारी रहेगी. साथ ही, एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने तकनीकी शिक्षा मंत्री रामलाल मारकंडा के उस बयान की आलोचना की है, जिसमें उन्होंने यह कहा है कि तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर में 8 नॉन टेक्निकल कोर्स चल रहे हैं.
तकनीकी शिक्षा मंत्री के बयान पर जवाब देते हुए छात्र नेताओं ने कहा है कि तकनीकी शिक्षा मंत्री को प्रदेश सरकार के एकमात्र तकनीकी विश्वविद्यालय के बारे में भी जानकारी नहीं है. जिन कोर्स को तकनीकी शिक्षा मंत्री नॉन टेक्निकल बता रहे हैं, वह देश भर के एनआईटी और आईआईटी संस्थानों में चल रहे हैं. कुछ एक ऐसे भी कोर्स हैं जिनको मंत्री, तकनीकी विश्वविद्यालय में संचालित बता रहे हैं, लेकिन यह कोर्स यहां पर चल ही नहीं रहे हैं.
इकाई अध्यक्ष महेश कुमार ने बताया कि तकनीकी शिक्षा मंत्री (ABVP targets Ramlal Markandey) को इस चीज का भी पता नहीं है कि विभाग द्वारा क्षेत्र के संस्थानों में क्या पढ़ाया जाता है और क्या नहीं. 17 दिन से तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे हैं और तकनीकी शिक्षा मंत्री यह कह रहे हैं कि अभी दो-तीन दिन से यहां हड़ताल चल रही है.
उन्होंने कहा कि तकनीकी शिक्षा मंत्री कहते हैं कि एमएससी मैथ, एमएससी केमिस्ट्री जैसे विषय विश्वविद्यालय में पढ़ाए जा रहे हैं जोकि तकनीकी विश्वविद्यालय में हैं ही नहीं. यही नहीं, मंत्री हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पढ़ाए जा रहे फिजिक्स पर्यावरण विज्ञान प्रबंधन जैसे विषयों को नॉन टेक्निकल कोर्सेज बता रहे हैं, लेकिन उनको शायद इस बात की जानकारी नहीं होगी कि आईआईटी व एनआईटी जैसे बड़े तकनीकी संस्थानों में भी यह विषय पढ़ाए जाते हैं. छात्र नेताओं का कहना है कि (students Demand in HPTU Hamirpur) विश्वविद्यालय की स्थिति को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि तकनीकी विश्वविद्यालय का निर्माण शिक्षा के नाम पर सीधे तौर पर विद्यार्थियों को लूटने के लिए किया गया हो. यहां छात्रों को शिक्षित कम शोषण ज्यादा किया जाता है.
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