धर्मशाला: पंचायत सचिवों की प्रतियोगी परीक्षा चयन बोर्ड हमीरपुर के बजाय एचपीयू से करवाने पर युवा कांग्रेस ने विरोध जताया है. युवा कांग्रेस के नवनियुक्त महासचिव होतम राम ने शुक्रवार को जारी प्रेस बयान में कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा था कि प्रतियोगी परीक्षाओं में हमीरपुर बोर्ड में लड़कियों की फीस नहीं लगेगी, लेकिन जयराम सरकार हमेशा की तरह अपने फैसलों से प्रदेश की युवाओं को छलती आ रही है.
सरकार पर लगाए आरोप
युवा कांग्रेस के महासचिव होतम राम ने कहा कि एचपीयू कोरोना काल से ही युवाओं को लूटता आ रहा है और सरकार ने प्रदेश विश्वविद्यालय को लूट का अड्डा बना रखा है. होतम राम ने कहा कि हमीरपुर चयन बोर्ड से प्रतियोगी परीक्षा देने के लिए प्रदेश की लड़कियों को फीस नहीं देनी पड़ती थी, जिसके चलते प्रदेश की गरीब लड़कियां भी प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग ले सकती थी, लेकिन सरकार के इस निर्णय ने प्रदेश की लड़कियों को फीस भरने के लिए मजबूर कर दिया है.
बीजेपी सरकार युवाओं के साथ धोखा कर रही है
होतम राम कहा कि बीजेपी सरकार युवाओं के साथ धोखा कर रही है. जिसका खामियाजा बीजेपी को पंचायत चुनावों में भुगतना पड़ेगा. सरकार पंचायत सचिवों की प्रतियोगी परीक्षा का एचपीयू से करवाने और विद्यार्थियों की फीस बढ़ाने का फरमान वापस लें अन्यथा यूथ कांग्रेस आंदोलन करने से कोई भी गुरेज नहीं करेगी.
छात्रों पर भारी भरकम बोझ पड़ा है
होतम राम ने आरोप लगाया कि एचपीयू ने छात्रों की प्रति समेस्टर की फीस भी 5 हजार कर दी है, जिस कारण छात्रों पर भारी भरकम बोझ पड़ा है. कई छात्र फीस भरने में असमर्थ हैं. ऐसे में छात्र परीक्षा देने से बंचित रह जाएंगे. उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे-ऐसे कदम उठा रही है जिसका सीधा-सीधा असर छात्रों के भविष्य पर पड़ रहा है. इन निर्णयों से साबित होता है कि छात्र हित का ढिंढोरा पीटने वाली बीजेपी सरकार किस कदर छात्रों का भला सोच रही है.
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