धर्मशाला: शुक्रवार को कागंड़ा डीसी राकेश कुमार प्रजापति की अध्यक्षता में कांगड़ा जिला के समस्त विकास खंडों में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा को लेकर बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में जिला के सभी खंड विकास अधिकारियों, डीआरडीए, पंचायती राज के अधिकारियों ने भाग लिया.
उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति ने कहा कि मनरेगा के तहत जिला में दीर्घकालिक विकास के लिए काम किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जिला में चालू वित्त वर्ष के दौरान मनरेगा के तहत 69 करोड़ 73 लाख रुपये खर्च किए जा चुके हैं और अब तक 23 लाख 86 हजार 594 कार्य दिवस अर्जित करके जिले में योजनाओं का 45 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया गया है.
राकेश कुमार प्रजापति ने बताया कि ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत जिले में महिलाओं को स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने व आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से स्वयं सहायता समूहों के गठन पर बल दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि योजना के तहत चालू वित्त वर्ष में 585 स्वयं सहायता समूहों के गठन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और1754 स्वयं सहायता समूहों को 13.25 करोड़ रुपये की सहायता दी गई है.
डीसी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री गृह निर्माण अनुदान योजना, मुख्यमंत्री लोक भवन योजना, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना, मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम योजनाओं का भी सुचारू कार्यान्वयन सुनिश्चित किया गया है. उन्होंने बताया कि पंचायत स्तर पर ठोस कूड़ा-कचरा निष्पादन के लिए भी उचित कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि पंचायतों को स्वच्छ व सुंदर बनाया जा सके.
उपायुक्त ने कहा कि पंचायतों में विकास कार्यों के लिए आवंटित धनराशि का सदुपयोग किया जाए और निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान भी रखा जाए. उन्होंने कहा कि 2017 से पहले विकास कार्यों के लिए आवंटित धनराशि खर्च नहीं हुई और कार्य भी आरंभ नहीं हुए हैं. ऐसे में उक्त धनराशि को वापिस कर दें, ताकि इसका उपयोग अन्य विकास कार्यों के लिए किया जा सके.
डीसी ने बताया कि प्रदेश में लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक करने के उद्देश्य से 15 नवम्बर से 15 दिसम्बर तक विशेष जागरूकता अभियान चलाया गया है. उन्होंने अधिकारियों से युवक मंडलों को इस अभियान से जोड़ने के लिए विशेष कार्य करने के आदेश दिए. इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों को अपने-अपने विकास खंडों में भूमि चयनित करके 10-10 छोटे-छोटे खेल मैदान बनाने का आह्वान किया, ताकि युवा वॉलीबाल, खो-खो, जैसे खेल गतिविधियों में अपना ध्यान लगाकर नशे जैसी बुराई से दूर रहें.