पालमपुरः कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कुलपति के लिए राज्यपाल की ओर से विज्ञापति जारी कर दी गई है. इसे लेकर सोमवार को उपमंडल पालमपुर में हिम जन कल्याण संस्था के अध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने प्रेसवार्ता का आयोजन किया. उन्होंने इस फैसले का स्वागत किया है.
संस्था के अध्यक्ष प्रवीण शर्मा वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में नई नयुक्ति से पारदर्शिता आएगी और उच्च आदर्श स्थापित होंगे. इससे भ्रष्टाचार उन्मूलन अभियान को भी गति मिलेगी.
प्रवीण शर्मा कहा कि 2013 के बाद पालमपुर कृषि विश्वविद्यालय में दो कुलपति नियुक्त हुए और दोनों की नियुक्तियां विवादों के घेरे में रहीं. दोनों कुलपतियों पर भ्रष्टाचार के आरोप जनता की ओर से लगाए गए. उन्होंने कहा कि इन आरोपों की जांच की जानी चाहिए.
प्रवीण शर्मा का कहना है कि मौजूदा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अशोक सरयाल पर 2001 में असम में मामला दर्ज है. डॉ. अशोक सरयाल 2010 में आईसीआर में प्रिंसिपल साइंटिस्ट के पद से सिलेक्ट होने के बाद भी नियुक्त नहीं किए गए थे. इसका कारण उन पर चल रहा आपराधिक मामला रहा, लेकिन ऐसे क्या कारण रहे कि एक पद के लिए अयोग्य करार दिए गए और फिर कृषि विवि के कुलपति पद के लिए योग्य हो गए. उन्होंने इसकी जांच की जाने की मांग की.
प्रवीण शर्मा ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि कि इस विषय पर निष्पक्ष एजेंसी से जांच करवा कर पूरे तथ्य जनता के सामने लाए जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि इन अनियमितताओं को लेकर एक व्यापक पत्र प्रदेश के राज्यपाल, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व केंद्रीय कृषि मंत्री को भेजा गया है.
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