धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस को विधानसभा चुनाव (Himachal Assembly Elections 2022) से पहले एक और बड़ा झटका लगा है. प्रदेश में पार्टी के सिपाही हर्ष महाजन ने भाजपा ज्वाइन कर ली है. हर्ष महाजन वर्तमान में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष थे. इससे पूर्व हाल ही में कांग्रेस के एक और प्रदेश कार्यकारी सदस्य और ओबीसी के बड़े चेहरे विधायक पवन काजल ने कांग्रेस से किनारा कर भाजपा में शामिल हो गए थे.
हर्ष महाजन के कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल (harsh mahajan joins bjp) होने पर भाजपा नेता व विधायक पवन काजल ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आज देश कांग्रेस मुक्त भारत की ओर तेजी से बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि आज लोग देश और प्रदेश में भाजपा के शासन में खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में लोगों का अपार विश्वास है और लोगों के साथ उनका अटूट नाता और गहरा होता जा रहा है.
'हिमाचल में बदलेगा रिवाज': भाजपा नेता पवन काजल ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश बदल रहा है तो हम क्यों ना बदले. उन्होंने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में अभूतपूर्व विकास किया है और इस बार प्रदेश में सरकार नहीं बल्कि रिवाज बदलने (BJP Mission repeat in Himachal) जा रहा है. विधायक पवन काजल ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने का जो फैसला लिया था उसका लोगों में अभूतपूर्व रुझान देखने को मिल रहा है और लोग खुले दिल से इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं.
'कांग्रेस में कोई सोच नहीं': पवन काजल ने कहा कि आज कांग्रेस में कोई सोच नहीं (Pawan Kajal on Congress) है और न ही नेतृत्व है. उन्होंने कहा कि लोग व नेता कांग्रेस में घुटन महसूस कर रहे हैं. जिसकी वजह से कई लोग कांग्रेस छोड़ भाजपा परिवार में शामिल हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों से पूर्व कई और चेहरे कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल (Congress Leader Joins BJP) हो सकते हैं. भाजपा नेता पवन काजल ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा के 45 से अधिक सीटें जीतकर पुन सत्ता में वापसी करेगी.
हर्ष महाजन ने छोड़ा हाथ का साथ: गौरतलब है कि हिमाचल कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हर्ष महाजन ने पार्टी छोड़ दी है. उन्होंने दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली. हर्ष महाजन ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली. हर्ष महाजन हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस का बड़ा चेहरा थे. यह कांग्रेस को बड़ा झटका माना जा रहा है, वह वीरभद्र सिंह के खास थे. 15 साल पहले उन्होंने चंबा विधानसभा क्षेत्र से आखिरी बार चुनाव लड़ा था. पारिवारिक कारणों से वह चंबा छोड़कर शिमला चले गए थे. इस दौरान उन्होंने कोई चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन चंबा हलके में आज भी उनका दबदबा है.
आखिर हर्ष महाजन ने क्यों छोड़ा कांग्रेस का साथ: हर्ष अक्सर चंबा आते रहते हैं. उनके पिता देशराज महाजन भी हिमाचल सरकार के मंत्री रहे थे. हर्ष महाजन पार्टी के अहम पदों पर लंबे समय तक सेवाएं देते रहे हैं. वर्तमान में वह कांग्रेस में कार्यकारी अध्यक्ष के पद पर सेवाएं दे रहे थे. वह चंबा जिला की सदर सीट से विधायक रह चुके हैं. इसके अलावा पूर्व में कांग्रेस सरकार के दौरान पशुपालन मंत्री और 2012 से 17 तक राज्य सहकारी बैंक के चेयरमैन के पद पर भी रह चुके हैं. हर्ष महाजन पार्टी के बहुत पुराने सिपाही थे, उन्होंने आखिर चुनाव से पहले पार्टी का दामन क्यों छोड़ा? यह सवाल हर किसी के जहन में है. बताया जा रहा है वीरभद्र सिंह के निधन के बाद कांग्रेस में बिखराव की स्थिति भी इसका कारण है. हिमाचल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एकजुट नहीं हैं. हर वरिष्ठ नेता खुद को सीएम फेस का दावेदार मान रहा है व हर नेता अपनी राह पर चल रहा है.
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