कांगड़ा: पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश के एजुकेशन हब धर्मशाला में इतिहास का पहला लिटरेचर फेस्टिवल आयोजित किया जा रहा है. जिला प्रशासन की ओर से धर्मशाला के महाविद्यालय के सभागार में दो दिवसीय साहित्य समारोह का शुभारंभ विधायक विशाल नेहरिया व जिलाधीश कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने किया. इसमें देश भर के नामी गिरामी साहित्यकारों ने नवोदित लेखकों के साथ संवाद किया. साहित्य समारोह में विभिन्न सत्रों का आयोजन किया जाएगा.
प्रथम सत्र में प्रसिद्ध साहित्यकार विवेक अत्रेय ने समाज के हर (Literature festival started in Dharamsala) पहलू पर अपने विचार रखे. उन्होंने यूथ को क्रिएटिव, गुड कम्युनिकेशन, शांत रहना जरूरी है जैसे विषयों के जरिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि आज के डिजिटल युग में युवाओं को किताबें पढ़ने की आदत कभी नहीं छोड़नी चाहिए. उन्होंने कहा कि युवाओं को अपने लक्ष्य को बांध कर नहीं रखना चाहिए. उपायुक्त डॉ.
वहीं, निपुण जिंदल ने बताया कि साहित्य समारोह में वरिष्ठ साहित्यकार नीलेश कुलकर्णी, तेंजिन, डोली गुलेरिया, सुनैनी शर्मा, लिली स्वर्ण, विवके अत्रेय, योगेश कोछर,सौम्या संबासिवान, विजय शर्मा, डॉ. ह्दय पाल सिंह, अभ्युदिता गौतम, ललित मोहन शर्मा, जूपिंद्र जीत सिंह, निशा लुथरा, प्रोफेसर रोशन शर्मा, प्रोफेसर चारू शर्मा, गौतम व्यथित, सुनीला शर्मा, कर्नल डीएस चीमा तथा निधी सहोर मुख्य तौर पर साहित्य समारोह में प्रतिभागियों के साथ संवाद किया. उपायुक्त ने बताया कि शुक्रवार शाम छह से सात बजे तक कवि सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जबकि शाम सात बजे से शाम-ए-गजल कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा.