धर्मशाला: कांग्रेस प्रवक्ता जितेंद्र शर्मा ने प्रदेश सरकार को घेरते हुऐ कहा की प्रदेश सरकार का फैसले पलटने का सिलसिला लगातार जारी है. जिसकी वजह से सरकार की छवि आम जन मानस में पलटू सरकार बन चुकी है. उनका कहना है कि दबाव में आकर पहले जयराम सरकार अचानक अजीबो गरीब फैसले लेती है और तुरंत उन्हें बदल डालती है. उतनी जल्दी तो हिमाचल की आवोहवा भी नहीं बदलती, जितनी जल्दी सरकार फैसले बदलती है.
सरकार के इस फैसले की चारों तरफ़ हो रही निंदा
उन्होनें उदाहरण देते हुए कहा की शिक्षा मंत्री का मई माह में सरकारी आदेश आया था कि ग़ैर सरकारी स्कूल सिर्फ़ स्टूडेंट्स से ट्यूशन फीस ही लेंगे. फिर दो माह पहले अपना ही फैसला बदल दिया और कहा कि सभी अभिभावकों को पिछली बकाया फीस का भी भुगतान करना होगा. जिसकी वजह से सरकार के इस फैसले की चारों तरफ निंदा हुई. सरकार के इस फैसले से अभिभावकों पर एक दम से बोझ पड़ गया. ऐसे में अभिभावकों ने आनन फानन में पैसों का प्रबंध करके बकाया फीस की अदायगी की, ताकि उनके बच्चों का साल ख़राब ना हो जाए.
दो दिन पहले शिक्षा मंत्री ने फिर बदले आदेश
लेकिन अब दो दिन पहले शिक्षा मंत्री ने फिर सरकारी आदेश किया कि अब एक बार फिर से सभी गैर सरकारी संस्थाओं को सिर्फ़ ट्यूशन फीस ही लेने के ही इजाजत होगी. इस बात से ना केवल ग़ैर शिक्षण संस्थान संचालकों, बल्कि अभिभावकों में भी सरकार द्वारा लिए जा रहे फैसलों से तरह तरह की भ्रांतियां फैल रही हैं. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि कईं गैर सरकारी शिक्षण संस्थान दिसंबर माह में फाइनल रिजल्ट निकाल देते हैं और सारी साल की फीस वो पहले ही ले चुके हैं. शिक्षा मंत्री के अब के नए आदेश में कहीं साफ नहीं है कि उनकी अदा की गई फीस वापस होगी या नहीं.
बच्चों की पढाई हो रही प्रभावित
उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री के नित नए बदलते आदेशों से अब लोग इस सरकार को पलटू सरकार का नाम दे रहे हैं. जो कोई भी फैसला लेने से पहले यह नहीं सोचती की उनके जल्दबाजी के बदलते फैसलों से आम जनता पर क्या असर होगा. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सरकार के बदलते फैसलों का प्रभाव ना केवल अभिभावकों बल्कि शिक्षण संस्थान चालकों पर भी पड़ रहा है. साथ ही बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है.