धर्मशाला: आयुष्मान भारत और हिमकेयर योजना के अंतर्गत पंजीकृत परिवारों को सरकार की ओर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रहीं हैं. यह जानकारी सीएमओ कांगड़ा डॉ. गुरुदर्शन गुप्ता ने प्रेस विज्ञप्ति द्वारा दी है. इन योजनाओं के तहत लोगों का 5 लाख तक का इलाज सरकार द्वारा चुने हुए अस्पतालों में निशुल्क किया जाएगा.
लाभार्थियों को सूचित जाता है कि प्रदेश सरकार ने चुनिंदा सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में इस योजना को इम्पलिमेंट किया है लेकिन कुछ अस्पताल प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं. जिसके कारण सरकार ने प्रदेश के पांच अस्पतालों को सूची से निकाल दिया है. इन अस्पतालों में जिला कांगड़ा के तीन अस्पताल हैं जिनमें श्री बालाजी अस्पताल कांगड़ा, फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा, सिटी अस्पताल कांगड़ा हैं.
इसके अलावा सीएमओ कांगड़ा ने बताया कि अन्य जो भी अस्पताल प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करेगा, उन अस्पतालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत लाभार्थी इन अस्पतालों में अपना इलाज करवा सकते हैं.
इस योजना के अंतर्गत सरकारी अस्पताल की सूची
क्षेत्रीय स्तर धर्मशाला, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नगरोटा बगवां, आयुर्वेदिक अस्पताल देहरा, आयुर्वेदिक अस्पताल हरसर, आयुर्वेदिक अस्पताल हल्द्वानी, नागरिक अस्पताल नूरपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चढियार, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इंदौरा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डाडासीवा शामिल है.
इसके साथ ही डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फतेहपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोपालपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवारना, नागरिकता नागरिकता देहरा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ज्वालामुखी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ज्वाली, आयुर्वेदिक अस्पताल पपरोला, नागरिक अस्पताल कांगड़ा, नागरिक अस्पताल बैजनाथ, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नगरोटा सूरियां, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहपुर, नागरिक अस्पताल पालमपुर शामिल है.
इस योजना के अंतर्गत गैर सरकारी अस्पताल की सूची
एम एस आई अस्पताल कांगड़ा, डॉ. नीना पहावा अस्पताल कांगड़ा, डॉ. के डी आई अस्पताल कांगड़ा, नवजीवन अस्पताल ज्वाला जी, करण अस्पताल पालमपुर, मेपल लीफ अस्पताल कांगड़ा, जेवी आर आई अस्पताल जसूर, सूर्य हॉस्पिटल राजा का तलाव नूरपुर, पंचशील नर्सिंग होम पालमपुर, आनंद अस्पताल कांगड़ा, एम एम एस रोटरी अस्पताल पालमपुर, आई मोबाइल यूनिट अस्पताल धर्मशाला शामिल है.
ये भी पढ़ें: सूखने की कगार पर आस्था की प्रतीक डल झील, हर साल हो रहा रिसाव चिंताजनक