नूरपुर: जल शक्ति अभियान के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए सरवण कुमार चौधरी हि.प्र. कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर और कृषि विज्ञान केंद्र कांगड़ा सहित आतमा प्रोजेक्ट के सहयोग से इंदौरा के सूरजपुर में गुरुवार को किसान मेले का आयोजन किया गया.
मेले में कृषि मंत्री रामलाल मारकण्डा ने कहा कि जल सरंक्षण के मुद्दे पर शीघ्र ही ध्यान देने और इसे एक जन आंदोलन बनाने की आवश्यकता है, ताकि वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के लिये पर्याप्त जल का सरंक्षण किया जा सके. उन्होंने कहा आज कई जगह पीने के पानी का गंभीर संकट पैदा हो गया है. ऐसे में सिंचाई व्यवस्था के लिए भी पानी मिलना मुश्किल हो गया है.
कृषि मंत्री रामलाल मारकण्डा ने कहा कि सरकार जल शक्ति अभियान को विशेष गति प्रदान करने के लिए प्रयासरत है, जिसके लिये जन सहयोग अति आवश्यक है. उन्होंने कहा कि किसानों को ड्रिप इरिगेशन प्रणाली को अपनाना चाहिए. साथ ही विभागों को निर्देश दिए कि वो किसानों को इस बारे में जागरुक करे.
कृषि मंत्री रामलाल मारकण्डा ने कहा कि रसायनों के अत्याधिक प्रयोग से हो रहे वाष्पीकरण से जहां ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है, जबकि रसायन धरातल में जाने से पेयजल दूषित हो रहा है. ऐसे में रसायनिक खेती की अपेक्षा प्राकृतिक खेती को अपनाना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि गाय के गोबर व मूत्र से जीवामृत तैयार करने से खेती की लागत में कमी आएगी.
कृषि मंत्री रामलाल मारकण्डा ने कीटनाशकों व उर्वरकों के अत्याधिक इस्तेमाल पर चिंता जताते हुए किसानों से जैविक खेती व प्राकृतिक खेती को अपनाने पर बल दिया. इसी उन्होंने क्षेत्र के किसानों को 100 प्रतिशत प्राकृतिक खेती पर 25 लाख रुपये के इनाम दिए जाने की घोषणा भी की. इसके अलावा सब्जी मंडी व अनाज मंडी खोले जाने की घोषणा करते हुए कहा कि दो माह तक यहां दोनों मंडियों के लिए 15 - 15 बीघा जमीन उपलब्ध करवा दें. जिसके बाद मुख्यमंत्री इसका शिलान्यास करेंगे.
बता दें कि कृषि मंत्री रामलाल मारकण्डा ने जल शक्ति अभियान पर प्रकाशित प्रचार सामग्री का विमोचन किया.वहीं, इससे पहले कृषि मंत्री ने विभिन्न विभागों, किसानों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया.