धर्मशाला: विधानसभा सत्र खत्म होने के बाद शिमला लौटते समय शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज मां ज्वालाजी के चरणों मे शीश नवाने पहुंचे. मन्दिर के पुजारी ने उन्हें विधिवत पूजा अर्चना करवा कर मां के दर्शन करवाए. इस बीच प्रशासन की ओर से उन्हें मां की चुनरी और सिरोपा भेंट किया गया.
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज माता ज्वालाजी के दर्शन के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि संस्कृत को प्रदेश की दूसरी भाषा घोषित किया गया है. संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के स्कूलों में जल्द दूसरी कक्षा से संस्कृत की पढ़ाई शुरु की जाएगी. शिक्षा मंत्री ने बताया कि इसके लिए पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आज नैतिक शिक्षा की ओर सांस्कृतिक संस्कारी शिक्षा की बहुत जरुरत है. संस्कृत की पढ़ाई पर ज्यादा फोकस करें.
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि स्कूलों में संस्कृत लैब बनाई जाएंगी, ताकि विद्यार्थी संस्कृत में बातचीत भी कर सकें. लैब के माध्यम से संस्कृत बोलचाल भी सिखाई जाएगी. भरद्वाज ने कहा कि बीते 2 वर्षों में शिक्षा की दृष्टिगत काफी काम किए गए हैं और इसे आगे बढ़ाने के लिए भी प्रदेश सरकार प्रयासरत है.
शिक्षा मंत्री का कहना है कि सरकार प्रारंभिक और उच्च शिक्षा में सिलेबस में भी कुछ परिवर्तन कर रही हैं. उन्होंने कहा कि स्कूलों में बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले इसके लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है. साथ ही स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्तियां भी की जा रही हैं.
ये भी पढ़ें- देश भर में सबसे हरा-भरा होगा हिमाचल का एम्स अस्पताल, इस महीने से शुरू होगी OPD