धर्मशाला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जिला कांगड़ा में 4 दिवसीय प्रवास पर पहुंचे हुए हैं. वहीं, सीएम जयराम ठाकुर ने शनिवार को धर्मशाला में प्रेसवार्ता की. प्रदेश में कोरोना काल मे हए आर्थिक नुकसान का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को कुल 1300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, लेकिन इसमें प्रदेश के हर वर्ग की बात की जाए तो उसमें कुल 30 हजार करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ा है.
सीएम ने विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि विपक्ष को इस स्थिति को समझना चाहिए और व्यवहारिक होकर काम करना चाहिए. वहीं, प्रेस वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कांगड़ा जिला में प्रदेश में चल रहे विकास कार्यों की रफ्तार धीमी न हो इसके लिए सरकार ने प्रयास किए हैं. उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्होंने बैठक भी की है.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना से देश और प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी नुक्सान हुआ है. हिमाचल प्रदेश के आय के साधनों में कोरोना की वजह से नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2020-21 के पहले क्वार्टर की बात की जाए तो उसमें प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 1300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
वहीं, जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश को केंद्र से आरडीजी रेवेन्यु डेस्क प्रोग्राम के तहत 950 करोड़ रुपये मिलने वाले हैं, जिसके लिए वह केंद्र सरकार के बहुत आभारी हैं. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में किसी भी कर्मचारी की सैलरी, पेंशन या भत्तों में कटौती नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश के तमाम सेक्टर की बात की जाए तो प्रदेश को लगभग 30 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
सीएम ने कहा कि विपक्ष के साथियों को इस संकट के क्षण को समझना चाहिए और व्यवहारिक दृष्टि से समझना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रदेश में उन्होंने लगभग ढाई लाख लोगों को वापस लाया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़े हैं, लेकिन सरकार ने एक बेहतर प्रणाली स्थापित की है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन को सख्त निर्देशों के तहत खोला गया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में आया एक भी टूरिस्ट पॉजिटिव नहीं पाया गया है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि 12 हजार करोड़ रुपये जो अनसपेन्ड हैं उन कार्यों को जल्द शुरू किया जाएगा.
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