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पानी में पड़े-पड़े सड़ रही बेशकीमती वन संपदा, बांध से लकड़ी नहीं निकाल पाया प्रशासन - चमेरा बांध में पड़ी लकड़ियां

चंबा में वन विभाग की लापरवाही सामने आई है. एक साल पहले भारी मानसून के चलते चंबा जिला के अलग-अलग क्षेत्रों से रावी नदी के माध्यम से सैकड़ों टन देवदार सहित कई लकड़ियां बह के बांध में आ गई थी जो अब सड़ने लगी हैं.

एक साल से सड़ रही चमेरा बांध में पड़ी लकड़ी
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Published : Nov 14, 2019, 11:22 AM IST

Updated : Nov 14, 2019, 11:36 AM IST

चंबा: जिला चंबा में एक साल से चमेरा बांध में लकड़ियां सड़ रही हैं. यह लकड़ी मानसून के वक्त नालों में बह के आई थी जिसे वन विभाग निकालने में नाकाम रही है.

चंबा में वन विभाग की लापरवाही सामने आई है. बता दें कि एक साल पहले भारी मानसून के चलते चंबा जिला के अलग-अलग क्षेत्रों से रावी नदी के माध्यम से सैकड़ों टन देवदार सहित कई लकड़ियां बह के बांध में आ गई थी. ये लकड़ियां अब सड़ने लगी हैं लेकिन विभाग की ओर से इस मामले में कुछ नहीं किया जा रहा है.

वीडियो रिपोर्ट.

लकड़ियां सड़ने से स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि ग्रामीणों ने वन विभाग से कई बार इस संदर्भ में शिकायत भी की है, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला. मामला तूल पकड़ता देख डीएफओ ने बांध को जल्द से जल्द साफ कराने का आश्वासन दिया है.

डीएफओ निशांत मंधोत्रा का कहना है कि मानसून के मौसम में भरी बारिश से काफी संख्या में पेड़ बह के आए है जिसके लिए हमने टेंडर आमंत्रित किए हैं. जैसे ही टेंडर आवंटित होंगे, उसी समय इस लकड़ी को निकाल लिया जाएगा.

चंबा: जिला चंबा में एक साल से चमेरा बांध में लकड़ियां सड़ रही हैं. यह लकड़ी मानसून के वक्त नालों में बह के आई थी जिसे वन विभाग निकालने में नाकाम रही है.

चंबा में वन विभाग की लापरवाही सामने आई है. बता दें कि एक साल पहले भारी मानसून के चलते चंबा जिला के अलग-अलग क्षेत्रों से रावी नदी के माध्यम से सैकड़ों टन देवदार सहित कई लकड़ियां बह के बांध में आ गई थी. ये लकड़ियां अब सड़ने लगी हैं लेकिन विभाग की ओर से इस मामले में कुछ नहीं किया जा रहा है.

वीडियो रिपोर्ट.

लकड़ियां सड़ने से स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि ग्रामीणों ने वन विभाग से कई बार इस संदर्भ में शिकायत भी की है, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला. मामला तूल पकड़ता देख डीएफओ ने बांध को जल्द से जल्द साफ कराने का आश्वासन दिया है.

डीएफओ निशांत मंधोत्रा का कहना है कि मानसून के मौसम में भरी बारिश से काफी संख्या में पेड़ बह के आए है जिसके लिए हमने टेंडर आमंत्रित किए हैं. जैसे ही टेंडर आवंटित होंगे, उसी समय इस लकड़ी को निकाल लिया जाएगा.

Intro:एक साल से सड़ रही चमेरा बाँध में पड़ी लकड़ी ,मानसून के मौसम में नालों से बह के आई थी बेशकीमती लकड़ी वन विभाग इसे निकालने में नकाम साबित ,


कहते है वन संपदा को संभाल के रखना चाहिए लेकिन सोचो अगर वो एक साल से बाँध में सड़ने को मजबूर हो तो क्या कहेंगे जी हाँ हम आपको चंबा जिला के चमेरा बाँध एक में वन विभाग की उस लापरवाही के बारे में बताना चाहते है जो पिछले के साल से की जा रही है ,एक साल पहले भारी मानसून के चलते चंबा जिला के अलग अलग क्षेत्रों से रावी नदी के माध्यम से सेकड़ों टन देवदार सहित कई अन्य पेड़ बह के आये थे लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी उक्त लकड़ी को चमेरा एक बाँध से वन विभाग निकालने में नाकाम साबित हुआ है ऐसे में ये लकड़ी पानी में सड़ रही हैं ,Body:हालंकि जब भी चमेरा बाँध एक से गुजरेंगे तो आपको चमेरा बांध एक में लकडियो के ढेर मिलेंगे Conclusion:क्या कहते है डीएफओ चंबा निशांत मंधोत्रा
वहीँ दूसरी और डीएफओ निशांत मंधोत्रा का कहना है की मानसून के मौसम में भरी बारिश से काफी संख्या में पेड़ बह के आये है जिसके लिए हमने टेंडर आमंत्रित किये है जैसे ही टेंडर आवंटित होते है इस लकड़ी को निकाल लिया जाएगा
Last Updated : Nov 14, 2019, 11:36 AM IST
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