ETV Bharat / city

चंबा में स्टाफ की कमी से जूझ रहा खनन विभाग, कर्मचारियों ने सरकार से की मांग

जिला के खनन विभाग में पिछले काफी सालों से स्टाफ की कमी के चलते खनन संबंधी कार्य को करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. विभाग के पास स्वीकृत पद 21 से अधिक हैं लेकिन 17 पद खाली होने से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

mining department in Chamba
खनन विभाग में स्टाफ
author img

By

Published : Aug 20, 2020, 10:41 AM IST

Updated : Aug 20, 2020, 11:05 AM IST

चंबा: हिमाचल सरकार प्रदेश में अवैध खनन को रोकने की बात तो करती है, लेकिन यह तभी संभव है अगर राज्य में जितने भी खनन विभाग हैं उनमें पूरे स्टाफ की तैनाती हो. जिला चंबा में रावी नदी और अन्य नदियों पर अवैध खनन के मामले लगातार देखने को मिलते हैं.

जिला में रावी और बैरा-स्यूंल ये दो प्रमुख नदियां हैं जिनपर पावर प्रोजेक्ट बनाए गए हैं और इन्हीं नदियों पर सबसे अधिक अवैध खनन किया जाता है. जिला में अवैध खनन पर तभी लगाम लगना संभव हो पाएगी अगर यहां खनन विभाग मुस्तैदी से काम करे, लेकिन यह हो पाना बेहद मुश्किल है.

वीडियो रिपोर्ट

चंबा में खनन विभाग में कुल 21 से अधिक स्वीकृत पदों में से 17 पद खाली हैं. ऐसे में खनन विभाग को कोई कार्रवाई करनी हो या फिर रेड करनी हो तो टीम की कमी के चलते विभाग कुछ नहीं कर पाता. खनन विभाग को पूरा जिला देखना पड़ता है, लेकिन अवैध तरीके से हो रहे खनन को रोकने के लिए विभाग के पास स्टाफ ही पर्याप्त नहीं है.

खनन अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि पिछले काफी समय से स्टाफ की कमी के चलते काम करने में भी बाधा आ रही है. ऐसे में सरकार इस विभाग की ओर ध्यान दें. पिछले साल खनन विभाग ने रॉयल्टी के रूप में सरकार को 4 करोड़ का राजस्व दिया है. इसके अलावा 510 चालान चंबा जिला में किए गए जिसमें से सरकार को 18 लाख रुपये चालान के रूप में दिए गए हैं.

वहीं, जिला खनन अधिकारी एसके ठाकुर का कहना है कि खनन विभाग में खनन गार्ड से लेकर निरीक्षक के पद खाली हैं, जिसके चलते कार्य करने में परेशानी होती है. चंबा जिला काफी बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है, ऐसे में खनन संबंधी कार्य को करने में मुश्किल हो रही है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि चंबा जिला के खनन विभाग में खाली पड़े पदों को जल्द भरने की कृपा करें ताकि कानून संबंधी कार्य को निपटाने में परेशानी ना हो सके.

ये भी पढ़ें: नदियों में जहर घोल रही BBN की काठा डंपिंग साइट, सवालों के घेरे में प्रशासन

चंबा: हिमाचल सरकार प्रदेश में अवैध खनन को रोकने की बात तो करती है, लेकिन यह तभी संभव है अगर राज्य में जितने भी खनन विभाग हैं उनमें पूरे स्टाफ की तैनाती हो. जिला चंबा में रावी नदी और अन्य नदियों पर अवैध खनन के मामले लगातार देखने को मिलते हैं.

जिला में रावी और बैरा-स्यूंल ये दो प्रमुख नदियां हैं जिनपर पावर प्रोजेक्ट बनाए गए हैं और इन्हीं नदियों पर सबसे अधिक अवैध खनन किया जाता है. जिला में अवैध खनन पर तभी लगाम लगना संभव हो पाएगी अगर यहां खनन विभाग मुस्तैदी से काम करे, लेकिन यह हो पाना बेहद मुश्किल है.

वीडियो रिपोर्ट

चंबा में खनन विभाग में कुल 21 से अधिक स्वीकृत पदों में से 17 पद खाली हैं. ऐसे में खनन विभाग को कोई कार्रवाई करनी हो या फिर रेड करनी हो तो टीम की कमी के चलते विभाग कुछ नहीं कर पाता. खनन विभाग को पूरा जिला देखना पड़ता है, लेकिन अवैध तरीके से हो रहे खनन को रोकने के लिए विभाग के पास स्टाफ ही पर्याप्त नहीं है.

खनन अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि पिछले काफी समय से स्टाफ की कमी के चलते काम करने में भी बाधा आ रही है. ऐसे में सरकार इस विभाग की ओर ध्यान दें. पिछले साल खनन विभाग ने रॉयल्टी के रूप में सरकार को 4 करोड़ का राजस्व दिया है. इसके अलावा 510 चालान चंबा जिला में किए गए जिसमें से सरकार को 18 लाख रुपये चालान के रूप में दिए गए हैं.

वहीं, जिला खनन अधिकारी एसके ठाकुर का कहना है कि खनन विभाग में खनन गार्ड से लेकर निरीक्षक के पद खाली हैं, जिसके चलते कार्य करने में परेशानी होती है. चंबा जिला काफी बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है, ऐसे में खनन संबंधी कार्य को करने में मुश्किल हो रही है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि चंबा जिला के खनन विभाग में खाली पड़े पदों को जल्द भरने की कृपा करें ताकि कानून संबंधी कार्य को निपटाने में परेशानी ना हो सके.

ये भी पढ़ें: नदियों में जहर घोल रही BBN की काठा डंपिंग साइट, सवालों के घेरे में प्रशासन

Last Updated : Aug 20, 2020, 11:05 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.