चंबा: हिमाचल के जनजातीय क्षेत्र भरमौर में विलुप्त प्रजाति के कस्तूरी बिलाव (मस्क सीवेट) का बच्चा मिला है. चंबा जिला में इससे पहले यह प्रजाति कभी नहीं देखी गई. भरमौर-हड़सर रोड पर पट्टी नाला के पास घायल अवस्था में मिले कस्तूरी बिलाव के बच्चे को गाड़ी चालक ने वन विभाग को सौंपा है.
घायल कस्तूरी बिलाव का उपचार किया जा रहा है और बाद में इसे जंगल में छोड़ा जाएगा. जानकारी के अनुसार भरमौर-हड़सर रोड पर जब एक चालक गुजर रहा था, तो पट्टी नाला के पास एक वन्य प्राणी को घायल अवस्था में पाया. जिस पर चालक ने उसे उठाकर वन विभाग को सौंप दिया.
बताया जा रहा है कि यह घायल वन्य प्राणी विलुप्त प्रजाति का है. रोचक है कि इससे पहले इस तरह का वन्य जीव यहां नहीं देखा गया है. बता दें कि जनजातीय क्षेत्र भरमौर विलुप्त वन्य प्राणियों के लिए सबसे सुरक्षित पनाहगार मानी जा रही है.
चूंकि पहले क्षेत्र में स्थित कुगती वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी में बर्फानी तेंदुए के अलावा कस्तूरी मृग भी कैमरे में कैद हो चुके हैं. वहीं, इसी सेंक्चुरी एरिया में प्राय: विलुप्त श्रेणी में शामिल भूरा भालू भी पाया जाता है.
वन परिक्षेत्र अधिकारी जितेंद्र कुमार का कहना है कि मस्क सीवेट का बच्चा घायल अवस्था में मिला है. जिसका उपचार किया जा रहा है. स्वस्थ होने पर इसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा.
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