चंबाः जिला में कोरोना महामारी के चलते पर्यटन व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो गया है. इसके चलते होटल एसोसिएशन के लोग परेशान हो गए हैं. वहीं, इस व्यवसाय को पटरी पर लाने के लिए होटल एसोसिएशन ने सरकार से इस मुश्किल समय में होटल इंडस्ट्री को रहत देने की बात कही है. इसी के चलते होटल एसोसिएशन के महासचिव नागेश वकील ने रविवार को पत्रकार वार्ता की.
इस दौरान नागेश वकील ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते प्रभावित टूरिज्म इंडस्ट्री अगले दो सालों तक नहीं उभर पाएगी. इसलिए सरकार से यह मांग है कि इस क्षेत्र में 3 हजार करोड़ रुपए का राहत पैकेज जारी किया जाए. इसके अलावा उन्होंने होटल ऑपरेटर, टैक्सी ऑपरेटर और अन्य संस्थाओं को 31 मार्च 2021 तक सभी ऋणों पर ईएमआ. माफ करने की भी मांग की. साथ ही होटल व्यावसायियों को आसान ब्याज दर पर ऋण मुहैया करवाने व घरेलू दरों पर बिजली बिल वसूलने और जीएसटी में छूट का प्रावधान करने की मांग की है.
बता दें कि मार्च महीने में लॉकडाउन जारी होने के बाद से होटल कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया था. उसके साथ ही टैक्सी मालिकों की भी परेशानी बढ़ गई है. अब सरकार इस महामारी के दौरान कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहती, जिसके चलते इस व्यवसाय से जुड़े लोग अब काफी परेशान हो गए है.
वहीं, इन दिनों हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला के कई इलाकों में पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता था, लेकिन इस बार वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते लोगों के चेहरे पर मायूसी का छाई है. खूबसूरत पर्यटन नगरी डलहौजी सहित साच पास पर्यटन स्थल भी सुनसान हो गया है. इसके अलावा पर्यटन नगरी डलहौजी का कारोबार सिर्फ पर्यटन पर ही निर्भर करता है, लेकिन कोरोना वायरस महामारी से सब खत्म हो गया है.
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