चंबा: प्रदेश में राजस्व बढ़ाने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार लगातार प्रयास कर रही है और इसके सकारात्मक नतीजे भी सामने आने लगे हैं. आबकारी एवं कराधान विभाग चंबा ने 172 करोड़ रुपये का राजस्व दिया है. इसके साथ ही 31 मार्च 2022 तक यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है. इसके लिए विभाग निरंतर कार्य कर रहा है.
आबकारी एवं कराधान विभाग चंबा (chamba excise and taxation department) ने 220 करोड़ के सालाना टारगेट में 172 करोड़ रुपये अचीव किया है. चंबा हिमाचल प्रदेश में अन्य जिलों के मुकाबले 27 प्रतिशत वृद्धि के साथ में दूसरे स्थान पर है. हालांकि अभी फरवरी का महीना चल रहा है और मार्च 31 तक सभी तरह के करों से सरकार को लाभ होने की संभावना है.
बता दें कि आबकारी एवं कराधान विभाग द्वारा अलग-अलग टैक्स (tax in himachal) वसूले जाते हैं. उसी के तहत 172 करोड़ रुपये की राशि अभी तक वसूली गई है. अभी 1 महीने का समय और है. शराब सहित अन्य गतिविधियों से अधिक टैक्स आबकारी एवं कराधान विभाग वसूलने वाला है, ऐसे में सरकार को सीधा सीधा लाभ होगा.
दूसरी ओर आबकारी एवं कराधान विभाग के डिप्टी कमिश्नर नरेंद्र सेन का कहना है कि सरकार द्वारा अलग-अलग गतिविधियों से प्राप्त होने वाली टैक्सों की सूची दी जाती है. उसका टारगेट भी निर्धारित किया जाता है जिसके चलते चंबा जिले को 227 करोड़ का टारगेट दिया गया था. जिसमें से अभी तक 172 करोड रुपये अचीव कर लिए गए हैं.
चंबा जिला हिमाचल प्रदेश के अन्य जिलों के मुकाबले दूसरे स्थान पर है और 27 प्रतिशत की वृद्धि के साथ आगे बढ़ रहा है. पिछले 10 महीनों में आबकारी एवं कराधान विभाग ने 172 करोड़ रुपये की राशि अर्जित कर ली है, जबकि अभी 2 महीने का समय बाकी है. चंबा जिला टैक्स वसूलने के मामले में आगे भी बढ़ सकता है. इसमें गुड सर्विस टैक्स, शराब से प्राप्त टैक्स और कई प्रकार के टैक्स शामिल है.
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