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हिमाचल में खिलाड़ियों के हाल! वर्ल्ड चैंपियन एथलेटिक्स नत्था सिंह मांग रहे स्वीपर की नौकरी - वर्ल्ड चैंपियन एथलेटिक्स नत्था सिंह मांग रहे स्वीपर की नौकरी

एथलेटिक्स गेम्स में वर्ल्ड चैंपियन रहे पालमपुर के नत्था सिंह हिमाचल सरकार की अनदेखी से परेशान है. नत्था सिंह ने आरोप आरोप लगाया कि सरकार अब उन खिलाड़ियों को सम्मानित कर रही है जो खेलों में पैसा देकर मेडल प्राप्त कर रहे हैं.

वर्ल्ड चैंपियन एथलेटिक्स नत्था सिंह मांग रहे स्वीपर की नौकरी
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Published : Nov 13, 2019, 1:12 PM IST

बिलासपुर: 1984 में एथलेटिक्स गेम्स में वर्ल्ड चैंपियन रहे पालमपुर के नत्था सिंह हिमाचल सरकार की अनदेखी का शिकार हो रहे हैं. हिमाचल की झोली में 10 से अधिक गोल्ड मेडल जीतने वाले आज सरकार से स्वीपर की नौकरी की भीख मांग रहे हैं.

बता दें कि ऑल राउंडर चैंपियन रहे नत्था सिंह का कहना है कि हिमाचल सरकार ने उन्हें एक प्रशस्ति पत्र से भी सम्मानित नहीं किया गया, भत्ता तो दूर की बात है. बिलासपुर में संपन्न हुई मास्टर गेम्स में पालमपुर क्षेत्र के नत्था सिंह ने कहा कि वह एक गरीब परिवार से संबंध रखते हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

वर्तमान में उनकी उम्र 80 साल हो गई है, लेकिन सरकार की ओर से उनको और उनके परिवार को कोई मदद नहीं की गई. नत्था सिंह ने ये आरोप भी लगाए कि सरकार अब उन खिलाड़ियों को सम्मानित कर रही है जो खेलों में पैसा देकर मेडल प्राप्त कर रहे हैं.

नत्था सिंह ने बताया कि 13 साल की उम्र में उन्होंने खेलना शुरू कर दिया था, जबकि 21 साल की उम्र में उन्होंने कुश्ती में पंजाब केसरी का खिताब भी अपने नाम किया है. बता दें कि नत्था सिंह अभी तक भारत ही नहीं बल्कि इटली, फ्रांस, इंग्लैंड में भी अपना दमखम दिखा चुके हैं. उन्होंने वहां पर एथलेटिक्स में गोल्ड मेडल प्राप्त किया है.

उन्होंने ईटीवी भारत के माध्यम से हिमाचल सरकार से मांग की है कि पंजाब सरकार की तर्ज पर हिमाचल के खिलाड़ियों को भी भत्ता दिया जाए ताकि उनकी तरह अन्य खिलाड़ियों का भी खेल के प्रति मनोबल कम ना हो सके.

बिलासपुर: 1984 में एथलेटिक्स गेम्स में वर्ल्ड चैंपियन रहे पालमपुर के नत्था सिंह हिमाचल सरकार की अनदेखी का शिकार हो रहे हैं. हिमाचल की झोली में 10 से अधिक गोल्ड मेडल जीतने वाले आज सरकार से स्वीपर की नौकरी की भीख मांग रहे हैं.

बता दें कि ऑल राउंडर चैंपियन रहे नत्था सिंह का कहना है कि हिमाचल सरकार ने उन्हें एक प्रशस्ति पत्र से भी सम्मानित नहीं किया गया, भत्ता तो दूर की बात है. बिलासपुर में संपन्न हुई मास्टर गेम्स में पालमपुर क्षेत्र के नत्था सिंह ने कहा कि वह एक गरीब परिवार से संबंध रखते हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

वर्तमान में उनकी उम्र 80 साल हो गई है, लेकिन सरकार की ओर से उनको और उनके परिवार को कोई मदद नहीं की गई. नत्था सिंह ने ये आरोप भी लगाए कि सरकार अब उन खिलाड़ियों को सम्मानित कर रही है जो खेलों में पैसा देकर मेडल प्राप्त कर रहे हैं.

नत्था सिंह ने बताया कि 13 साल की उम्र में उन्होंने खेलना शुरू कर दिया था, जबकि 21 साल की उम्र में उन्होंने कुश्ती में पंजाब केसरी का खिताब भी अपने नाम किया है. बता दें कि नत्था सिंह अभी तक भारत ही नहीं बल्कि इटली, फ्रांस, इंग्लैंड में भी अपना दमखम दिखा चुके हैं. उन्होंने वहां पर एथलेटिक्स में गोल्ड मेडल प्राप्त किया है.

उन्होंने ईटीवी भारत के माध्यम से हिमाचल सरकार से मांग की है कि पंजाब सरकार की तर्ज पर हिमाचल के खिलाड़ियों को भी भत्ता दिया जाए ताकि उनकी तरह अन्य खिलाड़ियों का भी खेल के प्रति मनोबल कम ना हो सके.

Intro:- एथलेटिक्स में वर्ल्ड चैंपियन रहे नत्था सिंह हिमाचल सरकार से मांग रहे स्वीपर की नॉकरी
- कह रहे कि हिमाचल की झोली में 10 गोल्ड मेडल डालने के बावजूद भी नहीं मिली नौकरी
- जबकि हैंडबॉल, हॉकी, वॉलीबॉल, बास्केटबाल व एथलेटिक्स में प्राप्त कर चुके हैं गोल्ड मेडल
- बिलासपुर में पहुंचे पालमपुर के नत्था सिंह ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में की मन की बात

बिलासपुर।
1984 में एथलेटिक्स गेम्स में वर्ल्ड चैंपियन रहे पालमपुर के नत्था सिंह आज हिमाचल सरकार की अनदेखी का शिकार हो रहे हैं। हिमाचल की झोली में 10 से अधिक गोल्ड मेडल डालने वाले आज सरकार से स्वीपर की नौकरी की भीख मांग रहे हैं। ऑल राउंडर चैंपियन रहे नत्था सिंह का कहना है कि हिमाचल सरकार द्वारा उन्हें एक प्रशस्ति पत्र से भी सम्मानित नहीं किया गया, भत्ता तो दूर की बात है। बिलासपुर में संपन्न हुई मास्टर गेम्स में पालमपुर क्षेत्र के नत्था सिंह ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में कहा कि वह एक गरीब परिवार से संबंध रखते हैं। वर्तमान में उनकी उम्र 80 साल हो गई है, लेकिन सरकार की ओर से उनको और उनके परिवार को कोई मदद नहीं की गई। जबकि सरकार अब उन खिलाड़ियों को सम्मानित कर रही है जो खेलों में पैसा देकर मेडल प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह 13 साल की उम्र में उन्होंने खेलना शुरू कर दिया था। जबकि इस चीज 21 साल की उम्र में उन्होंने कुश्ती में पंजाब केसरी का खिताब भी अपने नाम किया है।



Body:बता दें कि नत्था सिंह अभी तक भारत ही नहीं बल्कि इटली फ्रांस इंग्लैंड में भी अपना दमखम दिखा चुके हैं। जिसमें उन्होंने वहां पर एथलेटिक्स में गोल्ड मेडल प्राप्त किया है। वह ईटीवी भारत के माध्यम से हिमाचल सरकार से यह मांग करते हैं कि पंजाब सरकार की तर्ज पर हिमाचल के खिलाड़ियों को भी भत्ता दिया जाए। ताकि उनकी तरह अन्य खिलाड़ियों का भी खेल के प्रति मनोबल कम ना हो।



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