बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर से संबंध रखने वाली मुस्कान ने महज 21 साल की उम्र में जिला परिषद अध्यक्ष बनकर 2021 में इतिहास रचा है. उन्होंने अपनी उम्र से बड़ी उपलब्धि हासिल कर सभी युवाओं के लिए एक मिसाल कायम की है. बता दें, मुस्कान हिमाचल की अब तक की सबसे युवा जिला परिषद अध्यक्ष है.
मुस्कान को जिला परिषद अध्यक्ष बने हुए 1 साल हो गया है. ईटीवी भारत की महिला दिवस की इस स्पेशल सीरीज 'वुमनिया' में खास बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि वे महिलाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचार के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगी. उन्होंने कहा कि वह समय-समय पर महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक भी करती रहती हैं, ताकि वे अपने हक के लिए लड़ सकें.
ऐसे शुरू हुआ राजनीतिक सफर: मुस्कान ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बरमाणा (Government Senior Secondary School Barmana) से पूरी की है. उन्होंने सिरमौर जिले के लॉ कॉलेज कालाअंब से अपनी बीए और एलएलबी की है. मुस्कान ने बरमाणा वार्ड से बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा था और बाद में भाजपा का दामन थामा.
कुछ इस तरह बदली मुस्कान की जिंदगी: जिला परिषद अध्यक्ष बनने से रातों रात मुस्कान की जिंदगी बदल गई. जिला परिषद अध्यक्ष बनने से उनके जीवन में काफी बदलाव भी आए, लेकिन वे अपने लाइफ को बैलेंस करके चलती है. उन्होंने बताया कि उनके पिता एक समाज सेवक हैं और जिला परिषद बनने के लिए भी उन्हें अपने पिता से ही प्रेरणा मिली है.
पिता से मिली प्रेरणा: उन्होंने कहा कि वे राज्य व केंद्र सरकार की योजनाओं के जरिए जनता को लाभांवित करने की पूरी कोशिश करेंगी. मुस्कान ने कहा कि वह आम जनता के बीच में रहेंगी और आम जनता के दुख दर्द को दूर करने में अपने पिता के नक्शे कदम पर आगे बढ़ती रहेंगी.
देश की बेटियों के लिए संदेश: मुस्कान ने देश की महिलाओं और बेटियों से बिना डरे हर चुनौती का सामना करने की अपील की है. मुस्कान ने कहा कि अपने लक्ष्य को पाने के वह दिन रात मेहनत करें और उसे हासिल करे.
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