बिलासपुरः जिला बिलासपुर में कोविड-19 गाइडलाइन की अवहेलना हो रही है. बिलासपुर अस्पताल की बात करें तो यहां पर मरीजों और उनके साथ आए तीमारदार छह गज की दूरी तो क्या एक गज की दूरी भी नहीं बना रहे हैं. वहीं, हैरान करने की बात है कि जिला अस्पताल प्रशासन का इस ओर कोई भी ध्यान नहीं है और न ही यहां पर कोई पुलिस कर्मचारी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के लिए सचेत कर रहा है.
वैसे तो पुलिस प्रशासन दावा करता है कि लोगों को फेस मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के लिए जागरूक करता है, लेकिन धरातल की रिपोर्ट कुछ और ही बयां करती है. ईटीवी भारत की टीम ने जब मंगलवार को बिलासपुर शहर की गांधी मार्केट का दौरा किया तो वहां पर पाया कि यहां लोग बिना सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करते हुए सरेआम बाजरों में भीड़ एकत्रित किए हुए हैं.
जिला प्रशासन दावा करता है कि उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने के लिए निगरानी अधिकारी नियुक्त किए हैं. ऐसे में यह अधिकारी एक बार भी बिलासपुर की मार्केट में नहीं दिखाई दे रहे हैं. इस तरह जिला प्रशासन द्वारा बरती जा रही इन लापरवाही के चलते प्रशासनिक अधिकारियों पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं.
बिलासपुर अस्पताल में नहीं हो रही सोशल डिस्टेंसिग
उधर, इसके बाद ईटीवी भारत की टीम ने जिला अस्पताल का दौरा किया तो वहां पर भी कुछ हालात ऐसे ही दिखाई दिए. सोशल डिस्टेंसिग यहां पर बिल्कुल भी नहीं थी, जिसके चलते यहां पर कोरोना के अधिक बढ़ने का खतरा बना होता है. वहीं, हैरानी की बात है कि जहां पर आपातकाल ओपीडी है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोवि-19 के सैंपल भी लिए जा रहे हैं. ऐसे में यहां पर कोरोना का खतरा और अधिक बढ़ सकता है. इस तरह लापरवाही से कोरोना का बढ़ना लाजमी है.
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