बिलासपुर: क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में एक चिकित्सक द्वारा मरीजों से पैसे ऐंठने का मामला सामने आया हुआ है. शनिवार दोपहर के समय एक महिला इस मामले की जानकारी देने बिलासपुर एमएस के पास जा पहुंची. जब शिकायतकर्ता ने इसकी जानकारी अस्पताल प्रशासन को दी तो वहां पर मौजूद अस्पताल प्रशासन के अधिकारी हक्के-बक्के रह गए.
एमएस से की शिकायत
वहीं, जानकारी प्राप्त हुई है कि मरीज अपना इलाज करवाने के लिए सुबह 10 बजे से जिला अस्पताल में बैठे हुए थे. ऐसे में दोपहर के 2 बजे उक्त चिकित्सक ने मरीज का इलाज करने से मना कर दिया. चिकित्सक ने कहा कि मैं दांतों की आरसीटी नहीं करता हूं, यह चेकअप अन्य चिकित्सक करेंगे.
ऐसे में परेशान मरीज सीधा बिलासपुर एमएस के पास जा पहुंचा. शिकायतकर्ता का कहना है कि पिछले साल उक्त चिकित्सक ने दांत में तार लगाने के लिए 6 हजार रुपये ले चुका था. साथ ही अब दूसरी तार लगाई जानी थी, उसके पैसे भी डॉक्टर को देने थे. ऐसे में अस्पताल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
धमकी देने का आरोप
जब इसकी जानकारी उक्त चिकित्सक को हुई तो, उसने शिकायतकर्ता को फोन करके उनको धमकियां देना शुरू कर दी. वहीं, इस मामले पर एमएस डॉ. एनके भारद्वाज का कहना है कि उक्त चिकित्सक की इस तरह की दर्जनों शिकायतें उनके पास पहुंची हुई है. जिसकी विभागीय जांच चली हुई है. उक्त चिकित्सक ने अपनी ओपीडी में नए कुर्सियां व अन्य टेबल व सामान रखे हुए हैं. जिसकी अस्पताल प्रशासन को बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी. ऐसे में जब कुछ समय पहले ही एमएस ने इसका जवाब मांगा तो उक्त चिकित्सक ने कहा कि वह अपने घर से यह सामान लाया हुआ है.
ऐसे में इस मामले की भी विभागीय जांच उक्त चिकित्सक के खिलाफ शुरू हो गई है. एमएस ने बताया कि उक्त चिकित्सक के खिलाफ पहले ही दर्जनों शिकायतों की जांच चली हुई है. विभागीय सूत्रों के अनुसार उक्त चिकित्सक घुमारवीं में एक अपना निजी क्लीनिक भी चला रहा है.
ये भी पढ़ें: कांगड़ा में नाबालिग लड़की से दुष्कर्म के आरोपी को सजा, जेल में बिताएगा 10 साल