बिलासपुर: मनाली-शिमला एनएच-205 पर बनी वर्षा शालिकाओं की हालत खराब हो चुकी है जिसकी तरफ प्रशासन का ध्यान नहीं जा रहा. इस हाईवे पर अधिकतर वर्षा शालिकाओं की हालत जर्जर हो चुकी है जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.
बता दें कि बारिश में यात्रियों को इन वर्षा शालिकाओं में अपनी जान जोखिम में डालकर बैठना पड़ता है. इस बारे में यात्रियों ने कहा कि बारिश के दिनों में तो वर्षा शालिका के छतों से पानी तथा रेत के बड़े-बड़े टुकड़े नीचे गिरते रहते है जिससे किसी के ऊपर गिरने का खतरा बना रहता है.
स्थानीय दुकानदारों ने कहा कि विभाग को काफी बार अवगत करवाया जा चुका है फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. बता दें कि कुछ दिनों पहले एक महिला के ऊपर वर्षा शालिका में छत के कुछ टुकड़े पड़ने से वह घायल भी हो चुकी है फिर भी प्रशासन इसको ठीक नहीं कर रहा है.
हालात ये हैं कि वर्षा शालिका कहीं पर गिरी पड़ी है तो कहीं पर गिरने की कगार पर है जिससे यात्रियों को सड़क किनारे चाहे धूप हो या भारी बारिश खुले आसमान के नीचे बसों का इंतजार करना पड़ता है. इस समस्या को लेकर विभाग भी मामले पर अपना पलड़ा झाड़ कर टालमटोल कर देता है.
एनएच-205 शिमला-मनाली मार्ग पर मंत्रियों का आना जाना लगा रहता है, फिर भी प्रशासन इस और कोई ध्यान नहीं दे रहा. स्थानीय लोगों ने विभाग से आग्रह किया है कि वर्षा शालिकाओं की मरम्मत करवाई जाई जिससे यात्रियों को समस्या न हो और न कोई बड़ा हादसा हो सके.