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लंबे समय के बाद बिलासपुर में स्कूलों में पहुंचे बच्चे, अभी विद्यालय में नहीं मिलेंगी ये सुविधाएं - मिड डे मील की सुविधा

कोरोना काल में लंबे समय के बाद आखिरकार प्रदेश में छोटे बच्चों के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं. स्कूल खुलने के बाद विद्यार्थियों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. वहीं, बिलासपुर नगर के डियारा सेक्टर (Diara Sector of Bilaspur Nagar), चंगर व रौड़ा सेक्टर के प्राइमरी स्कूलों में बच्चों की काफी संख्या देखी गई. प्रदेश में सभी स्कूलों के प्रधानाचार्याें को आदेश जारी किए गए हैं कि वह छोटे बच्चों का विशेष ध्यान रखें.

schools open in bilaspur
बिलासपुर में खुले स्कूल.
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Published : Nov 10, 2021, 4:59 PM IST

Updated : Nov 10, 2021, 5:12 PM IST

बिलासपुर: जिले में करीब दो सालों बाद छोटे बच्चों के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं. स्कूलों में कोविड नियमों के तहत प्रत्येक बच्चों को प्रवेश करवाया गया. बच्चों ने सोशल डिस्टेंसिंग सहित हैंड सैनिटाइजर और फेस मास्क का प्रयोग करते हुए अपनी कक्षाओं में बैठकर अपनी पढ़ाई को सुचारू रूप से शुरू की. बिलासपुर नगर के डियारा सेक्टर (Diara Sector of Bilaspur Nagar), चंगर व रौड़ा सेक्टर के प्राइमरी स्कूलों में बच्चों की काफी संख्या देखी गई वहीं, बच्चे स्कूल में पहुुंचकर काफी खुश भी नजर आए.

प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक सुदर्शन सिंह (Elementary Education Deputy Director Sudarshan Singh) ने बताया कि छोटे बच्चों के लिए स्कूल खुल गए हैं. जिले के सभी स्कूलों को सैनिटाइज करने की प्रक्रिया जारी है. उन्होंने स्वयं जिले के अधिकतर स्कूलों का जाकर निरीक्षण भी किया है. साथ ही स्कूल प्रधानाचार्याें को आदेश जारी किए गए हैं कि वह छोटे बच्चों का विशेष ध्यान रखें. ताकि उन्हें कोविड से बचाया जा सके. इसी के साथ स्कूलों में सभी बच्चों को फेस मास्क सहित हैंड सैनिटाइजर लाना अनिवार्य किया गया है.

वीडियो.

अगर किसी बच्चे के पास यह नहीं होता है तो स्कूल प्रबंधन अपने स्तर पर भी यह उपलब्ध करवाएगा. उपनिदेशक सुदर्शन सिंह ने बताया कि छोटे बच्चों के लिए अभी तक मिड-डे-मील की सुविधा (mid day meal facility) नहीं शुरू होगी. केंद्र की ओर से अभी तक ऐसे कोई भी आदेश जारी नहीं किए गए हैं. ऐसे में बच्चों को सिर्फ सूखा राशन रेशो के हिसाब से उपलब्ध करवा दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि छोटे बच्चों के स्कूल आने से शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी अधिक बढ़ गई है.

बता दें कि लंबे समय से छोटे बच्चे ऑनलाइन शिक्षा (Online Study) ही प्राप्त कर रहे थे. ऐसे में बच्चों को शिक्षा में भी कुछ स्थानों पर परेशानी हो रही थी, लेकिन अब वह स्कूलों में जाकर शिक्षा प्राप्त करेंगे. वहीं, प्रधानाचार्य अपने स्तर पर कमेटियों का भी गठन कर रहे हैं, यह कमेटियां स्कूलों में बच्चों को कोविड नियमों की पालना करवाने का विशेष ध्यान रखेगी.

ये भी पढ़ें: एजुकेशन हब हमीरपुर के बच्चों में उत्साह, पहले दिन स्कूल पहुंचे 50 फीसदी स्टूडेंट्स

ये भी पढ़ें: सोलन: 2 साल बाद स्कूलों में लौटी रौनक, कक्षाओं में पहुंचकर खुश नजर आए बच्चे

बिलासपुर: जिले में करीब दो सालों बाद छोटे बच्चों के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं. स्कूलों में कोविड नियमों के तहत प्रत्येक बच्चों को प्रवेश करवाया गया. बच्चों ने सोशल डिस्टेंसिंग सहित हैंड सैनिटाइजर और फेस मास्क का प्रयोग करते हुए अपनी कक्षाओं में बैठकर अपनी पढ़ाई को सुचारू रूप से शुरू की. बिलासपुर नगर के डियारा सेक्टर (Diara Sector of Bilaspur Nagar), चंगर व रौड़ा सेक्टर के प्राइमरी स्कूलों में बच्चों की काफी संख्या देखी गई वहीं, बच्चे स्कूल में पहुुंचकर काफी खुश भी नजर आए.

प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक सुदर्शन सिंह (Elementary Education Deputy Director Sudarshan Singh) ने बताया कि छोटे बच्चों के लिए स्कूल खुल गए हैं. जिले के सभी स्कूलों को सैनिटाइज करने की प्रक्रिया जारी है. उन्होंने स्वयं जिले के अधिकतर स्कूलों का जाकर निरीक्षण भी किया है. साथ ही स्कूल प्रधानाचार्याें को आदेश जारी किए गए हैं कि वह छोटे बच्चों का विशेष ध्यान रखें. ताकि उन्हें कोविड से बचाया जा सके. इसी के साथ स्कूलों में सभी बच्चों को फेस मास्क सहित हैंड सैनिटाइजर लाना अनिवार्य किया गया है.

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अगर किसी बच्चे के पास यह नहीं होता है तो स्कूल प्रबंधन अपने स्तर पर भी यह उपलब्ध करवाएगा. उपनिदेशक सुदर्शन सिंह ने बताया कि छोटे बच्चों के लिए अभी तक मिड-डे-मील की सुविधा (mid day meal facility) नहीं शुरू होगी. केंद्र की ओर से अभी तक ऐसे कोई भी आदेश जारी नहीं किए गए हैं. ऐसे में बच्चों को सिर्फ सूखा राशन रेशो के हिसाब से उपलब्ध करवा दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि छोटे बच्चों के स्कूल आने से शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी अधिक बढ़ गई है.

बता दें कि लंबे समय से छोटे बच्चे ऑनलाइन शिक्षा (Online Study) ही प्राप्त कर रहे थे. ऐसे में बच्चों को शिक्षा में भी कुछ स्थानों पर परेशानी हो रही थी, लेकिन अब वह स्कूलों में जाकर शिक्षा प्राप्त करेंगे. वहीं, प्रधानाचार्य अपने स्तर पर कमेटियों का भी गठन कर रहे हैं, यह कमेटियां स्कूलों में बच्चों को कोविड नियमों की पालना करवाने का विशेष ध्यान रखेगी.

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Last Updated : Nov 10, 2021, 5:12 PM IST
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