बिलासपुरः मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डॉ. प्रकाश दरोच ने बताया कि जिला में अब तक 721 लोगों के सैंपल कोरोना जांच के लिए आईजीएमसी शिमला भेजा गया है. उनमें से 657 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है और 2 की रिपोर्ट अभी पॉजिटिव आई है. शेष 62 सैंपलों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है.
डॉ. प्रकाश दरोच ने बताया कि बाहरी राज्यों और जिला से ज्यादा संख्या में लोगों की घर वापसी हो रही है. आने वाले सभी लोगों का का स्वास्थ्य परीक्षण बॉर्डर पर ही किया जा रहा है.
अब बाहर से बहुत ज्यादा संख्या में लोग अपने-अपने घरों को आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि आने वाले सभी व्यक्तियों का बॉर्डर पर ही स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है और उन्हें अब इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में रखा जाएगा और सरकार के सभी आदेशों का पालन किया जाएगा.
आम जनता में किसी को भी बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ हो तो वो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर बताएं और कोरोना टेस्ट अवश्य करवाएं. सरकार द्वारा जारी आदेशों के अनुसार कार्यस्थल पर सामाजिक दूरी व मास्क अनिवार्य कर दिए गए हैं. घर से बाहर जाने पर मास्क का प्रयोग अनिवार्य है और सार्वजनिक स्थानों पर थूकना भी दंडनीय अपराध माना गया है, हम सबको इन बातों का पालन करना चाहिए.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस कोविड-19 के बारे में सभी को पूर्ण ज्ञान होना बहुत जरुरी है. इसके क्या लक्षण हैं, इसके बचाव के लिए हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं. कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संक्रमण के जरिए फैलता है. कोरोना वायरस के लक्षण बुखार-खांसी-सांस लेने में तकलीफ मुख्य हैं. उ
डॉ. प्रकाश दरोच ने बताया कि कोरोना वायरस से बचने के लिए सामाजिक दूरी बनाए रखें, अपने हाथों को साबुन व पानी से दिन में बार-बार कम से कम 20 सेकेंड तक अवश्य धोएं या सेनिटाइजर का उपयोग करें. खांसते व छिंकते समय नाक और मुंह रुमाल, टिशू पेपर व अपने बाजू की कोहनी से ढककर रखें. अनावश्यक भीड़ न करें व अफवाहों पर विश्वास न करें और न ही अफवाहें फैलाएं.