बिलासपुर: एम्स निर्माण स्थल कोठीपुरा में इन दिनों निर्माण कार्य फिर से गति पकड़ रहा है. यहां बाहरी राज्यों से लगातार मजदूरों का आना जारी है. बाहरी राज्यों से आने वाले मजदूरों को तय समय तक क्वरांटाइन किया जाना आवश्यक है लेकिन एम्स निर्माण स्थल पर नियमों की धज्जियां उड़ती नजर आ रही हैं.
कोठीपुरा पंचायत प्रधान नंदलाल ठाकुर ने बताया कि उन्हें ग्रामीणों ने जानकारी दी कि यहां बाहरी राज्यों से आए मजदूर कोरोना काल के नियमों व राष्ट्रीय आपदा एक्ट का पालन नहीं कर रहे हैं जिससे ग्रामीण भी कोरोना के संभावित फैलाव को लेकर भयभीत हो चुके हैं. उन्होंने बताया कि जानकारी मिलते ही उन्होंने बीडीओ सदर विनीत कुमार के साथ एम्स निर्माण स्थल का दौरा किया.
नंदलाल ठाकुर ने मौके पर पहुंचकर देखा कि मजदूर अपने रहने के स्थान पर मौजूद नहीं थे जबकि 2 दिन पूर्व ही यहां बाहरी राज्य से 20 मजदूर आए हैं जिसकी अधिकारिक जानकारी पंचायत कार्यालय में भी आई है. उन्होंने बताया कि गुरुवार को भी बाहरी राज्यों से मजदूर पहुंचे हैं. उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य में लगी कंपनी के अधिकारियों व कर्मचारियों का रवैया इस दौरान पूरी तरह से असहयोगात्मक रहा व अधिकारी टालमटोल करते नजर आए.
पंचायत प्रधान ने जिला प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि कंपनी को मजदूरों और उनके परिवारों व स्थानीय लोगों के जीवन से इस तरह खिलवाड़ करने से रोका जाए अन्यथा स्थानीय लोग इसको लेकर आंदोलन करेंगे. वहीं, इस विषय पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता टीपी पांडेय ने कहा कि कोरोना का कहर इन दिनों पूरे देश में तबाही मचा रहा है. कोरोना से बचने का एकमात्र उपाय सावधानियां बरतना है लेकिन बिलासपुर में चल रहे एम्स निर्माण कार्य में लगी कंपनियां व मजदूर कोरोना काल के लिए तय नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं.
वहीं, इस मामले में डीसी बिलासपुर राजेश्वर गोयल ने कहा कि फैक्ट्री में कार्य करने आने वाले मजदूरों को तो क्वरांटाइन करने का नियम है लेकिन अन्य कार्यस्थलों पर नहीं है. इसके बावजूद एहतियातन एम्स निर्माण स्थल पर आने वाले मजदूरों को पुरानी लेबर के साथ कुछ दिनों तक मिलने न देने के निर्देश एम्स के उपनिदेशक व एम्स निर्माण कार्य कर रही संबंधित कंपनी को दिए गए हैं. प्रशासन भी इस बारे में पूरे सतर्कता बरत रहा है. यदि पंचायत की तरफ से शिकायत मिलेगी तो उस पर संज्ञान लिया जाएगा.
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