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बिलासपुर: कामधेनु हितकारी मंच नम्होल गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए चयनित

हिमाचल प्रदेश पशुधन और कुक्कुट विकास बोर्ड के निदेशक एवं सदस्य सचिव ने बताया कि कामधेनु हितकारी मंच नम्होल बिलासपुर (Kamdhenu Hitkari Manch Namhol Bilaspur) को भारत सरकार के पशुपालन विभाग (Animal Husbandry Department) द्वारा बेस्ट डेयरी काॅपरेटिव सोसयटी की श्रेणी में प्रतिष्ठित गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया है. उन्होंने बताया कि अक्तूबर, 2001 को स्थापित इस सोसायटी में जिला सोलन और बिलासपुर के 65 पंचायतों के 5445 परिवार जुड़े हैं. यह सोसायटी प्रतिदिन 35 हजार लीटर दूध प्रतिदिन एकत्रित कर रही है.

Kamdhenu Hitkari Manch Namhol selected for Gopal Ratna Award
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Published : Nov 24, 2021, 8:04 PM IST

बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश पशुधन और कुक्कुट विकास बोर्ड के निदेशक एवं सदस्य सचिव ने बताया कि कामधेनु हितकारी मंच नम्होल बिलासपुर (Kamdhenu Hitkari Manch Namhol Bilaspur) को भारत सरकार के पशुपालन विभाग (Animal Husbandry Department) द्वारा बेस्ट डेयरी काॅपरेटिव सोसयटी की श्रेणी में प्रतिष्ठित गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया है. संस्था के प्रधान नानक चंद 26 नवम्बर, 2021 को राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड आनंद, गुजरात में यह पुरस्कार प्राप्त करेंगे.

उन्होंने बताया कि अक्तूबर, 2001 को स्थापित इस सोसायटी में जिला सोलन और बिलासपुर के 65 पंचायतों के 5445 परिवार जुड़े हैं. यह सोसायटी प्रतिदिन 35 हजार लीटर दूध प्रतिदिन एकत्रित कर रही है. इस संस्था के माध्यम से 122 युवाओं को प्रत्यक्ष रुप से तथा 57 युवाओं को अप्रत्यक्ष रुप से रोजगार उपलब्ध हो रहा है.

कामधेनु हितकारी मंच नम्होल बिलासपुर (Kamdhenu Hitkari Manch Namhol Bilaspur) में कृषि एवं पशुपालन व्यवसाय से जुड़े एवं आर्थिक रूप से पिछड़े किसानों का जीवन स्तर बेहतर करने तथा उनके उत्पाद की उचित कीमत दिलवाने और उपभोक्ताओं को उचित दाम पर अच्छी गुणवत्ता वाले उत्पाद उपलब्ध करवाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.

15 अप्रैल 2012 को हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा कामधेनु संस्था (Kamdhenu Sanstha) को हिमाचल गौरव पुरस्कार (Himachal Gaurav Award) से भी सम्मानित किया गया था. वर्तमान में इस संस्थान द्वारा प्रतिदिन 30 हजार लीटर दूध क्षमता का मिल्क पाश्चराइजेशन प्लांट, कैटल फीड प्लांट विभिन्न स्थानों पर चार मिल्क कलेक्शन सेंटर, कामधेनु कैफे (Kamdhenu Cafe) सहित लगभग 12 करोड़ रुपये के अधोसंरचना स्थापित की जा चुकी है.

कामधेनु संस्था (Kamdhenu Sanstha) किसानों पशुपालकों और उपभोक्ताओं तीनों के हितों को ध्यान में रखकर आगे बढ़ रही है और संस्था ने 20 वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति की है और इसके उत्पादों को इनकी गुणवत्ता के कारण हिमाचल में एक अलग पहचान मिली है. प्रदेश सरकार व प्रशासन के सहयोग से यह संस्था डेयरी के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रही है. भारत सरकार द्वारा प्रतिष्ठित गोपाल रत्न पुरस्कार (Gopal Ratna Award) होना संस्था से जुड़े 5445 परिवारों के लिए गौरव का विषय है.

ये भी पढे़ं- हिमाचल में गिरा बिजली उत्पादन, पड़ोसी राज्यों पर बढ़ी निर्भरता

बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश पशुधन और कुक्कुट विकास बोर्ड के निदेशक एवं सदस्य सचिव ने बताया कि कामधेनु हितकारी मंच नम्होल बिलासपुर (Kamdhenu Hitkari Manch Namhol Bilaspur) को भारत सरकार के पशुपालन विभाग (Animal Husbandry Department) द्वारा बेस्ट डेयरी काॅपरेटिव सोसयटी की श्रेणी में प्रतिष्ठित गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया है. संस्था के प्रधान नानक चंद 26 नवम्बर, 2021 को राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड आनंद, गुजरात में यह पुरस्कार प्राप्त करेंगे.

उन्होंने बताया कि अक्तूबर, 2001 को स्थापित इस सोसायटी में जिला सोलन और बिलासपुर के 65 पंचायतों के 5445 परिवार जुड़े हैं. यह सोसायटी प्रतिदिन 35 हजार लीटर दूध प्रतिदिन एकत्रित कर रही है. इस संस्था के माध्यम से 122 युवाओं को प्रत्यक्ष रुप से तथा 57 युवाओं को अप्रत्यक्ष रुप से रोजगार उपलब्ध हो रहा है.

कामधेनु हितकारी मंच नम्होल बिलासपुर (Kamdhenu Hitkari Manch Namhol Bilaspur) में कृषि एवं पशुपालन व्यवसाय से जुड़े एवं आर्थिक रूप से पिछड़े किसानों का जीवन स्तर बेहतर करने तथा उनके उत्पाद की उचित कीमत दिलवाने और उपभोक्ताओं को उचित दाम पर अच्छी गुणवत्ता वाले उत्पाद उपलब्ध करवाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.

15 अप्रैल 2012 को हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा कामधेनु संस्था (Kamdhenu Sanstha) को हिमाचल गौरव पुरस्कार (Himachal Gaurav Award) से भी सम्मानित किया गया था. वर्तमान में इस संस्थान द्वारा प्रतिदिन 30 हजार लीटर दूध क्षमता का मिल्क पाश्चराइजेशन प्लांट, कैटल फीड प्लांट विभिन्न स्थानों पर चार मिल्क कलेक्शन सेंटर, कामधेनु कैफे (Kamdhenu Cafe) सहित लगभग 12 करोड़ रुपये के अधोसंरचना स्थापित की जा चुकी है.

कामधेनु संस्था (Kamdhenu Sanstha) किसानों पशुपालकों और उपभोक्ताओं तीनों के हितों को ध्यान में रखकर आगे बढ़ रही है और संस्था ने 20 वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति की है और इसके उत्पादों को इनकी गुणवत्ता के कारण हिमाचल में एक अलग पहचान मिली है. प्रदेश सरकार व प्रशासन के सहयोग से यह संस्था डेयरी के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रही है. भारत सरकार द्वारा प्रतिष्ठित गोपाल रत्न पुरस्कार (Gopal Ratna Award) होना संस्था से जुड़े 5445 परिवारों के लिए गौरव का विषय है.

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