बिलासपुर: बिलासपुर जिले में हुए भारी अवैध कटान को लेकर (Bumber Thakur against illegal logging) कांग्रेस पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने आवाज उठाई है. परिधि गृह में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने मुख्यमंत्री से वर्तमान वन मंत्री को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त करने की मांग भी की है. उन्होंने कहा कि 2 दिन के बाद राज्यपाल को इस मामले पर ज्ञापन सौंपा जाएगा और अगर उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो बिलासपुर में वन विभाग के कार्यालय के बाहर धरना दिया जाएगा और यह धरना तब तक जारी रहेगा जब तक इसकी जांच नहीं हो पाती और वन मंत्री त्यागपत्र नहीं देते.
बंबर ठाकुर ने आरोप लगाया है कि वन मंत्री के संरक्षण में (illegal logging in Bilaspur) भ्रष्टाचार इस कदर पनप चुका है कि ठेकेदारों को तंग किया जा रहा है और उनसे पैसे की मांग की जा रही है. उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि इससे पहले इस तरह के वन मंत्री किसी भी सरकार में नहीं थे. वैसे भी विधानसभा में उक्त मंत्री की वाणी असभ्य है और जिसका उदाहरण विधानसभा के रिकॉर्ड से देखा गया है.
उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिले के हरलोग वन क्षेत्र (illegal logging in Bilaspur) की ढांगू बिट में सटे जंगल से अवैध कटान हो रहा है. लेकिन वन मंडल अधिकारी कहते हैं कि वहां कोई अवैध कटान नहीं हुआ है. उन्होंने वन विभाग और पुलिस के साथ मिली भक्ति कर ठेकेदार को लाभ पहुंचाने का भी आरोप लगाया है. बंबर ठाकुर ने बताया कि घुमारवीं में बाबा बालक नाथ मंदिर के साथ जंगल काटा है. जो क्षेत्र और कलोल के मलोट में भी जंगल काटे हैं. लेकिन कोई भी एफआईआर दर्ज नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि अधिकारियों पर वन मंत्री का दबाव है कि इस बारे में कुछ नहीं कहना है.
उन्होंने बताया कि एम्स निर्माण स्थली पर जो पेड़ काटे गए थे जब खुदाई में उनके झुंड निकले तो मंत्री के आदेशों पर बिलासपुर के ही एक ठेकेदार को वह सारे दे दिए गए. जिसकी ना कोई नीलामी हुई और ना ही कोई टेंडर निकाल कर करोड़ों रुपए की लकड़ी उस ठेकेदार के ठिकाने लगा दी. उन्होंने कहा कि जाएका प्रोजेक्ट में भी गड़बड़ी हो रही है. लगभग डेढ़ करोड़ रुपए का घपला है जो कागजों में बिल पास कर दिए गए हैं लेकिन वास्तव में 90% कार्य हुआ ही नहीं है.
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