बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर के अंदर एकमात्र पामारोजा घास से तेल निकाला जा रहा है. पायलेट बेस पर शुरू किए गए इस प्रोजेक्ट के अच्छे परिणाम आने के बाद वन विभाग ने अब कवायद तेज कर दी (PALMAROSA GRASS OIL EXTRACTED IN BILASPUR) है. पहले चरण में ही वन विभाग ने अढ़ाई लीटर तेल निकाला है. झंडूता विस क्षेत्र के तहत आने वाले विजयपुर पंचायत में इसका सफल ट्रायल किया गया है. बता दें कि यह कवायद जायका प्रोजेक्ट के तहत की जा रही है.
बिलासपुर डीएफओ अवानी भूषण राय ने बताया कि यह पामारोजा घास से तेल निकालने की योजना पहली बार हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में शुरू की गया (BILASPUR DFO ON PALMAROSA GRASS OIL) है. उन्होंने बताया कि पहले चरण में 4 क्विंटल पामारोजा घास से अढ़ाई लीटर तेल सफलतापूर्वक निकाला गया है. उन्होंने कहा कि तेल की गुणवत्ता को जांचने के लिए इसका लैब में टेस्ट भी करवाया गया जिसमें तेल की गुणवत्ता बेहतर पाई गई है.
जानकारी के अनुसार घास से निकलने वाला पामारोजा तेल एंटीवायरस, जीवाणुरोधी और एंटीसेप्टिक गुणों के आधार पर बुखार को कम करने में सक्षम है. यह कई बैक्टीरियल इन्फेक्शन्स को खत्म करने में भी असरदार (BENEFITS OF PALMAROSA GRASS OIL) है. यह उम्र बढ़ने पर शरीर को होने वाले डैमेज को भी कम करता है और बॉडी की ग्रोथ के लिए भी असरदार है. व्यक्ति को शारीरिक रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए सबसे उपयोगी पामारोजा का तेल माना जाता है.
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