बिलासपुर: जिले के बंदलाधार में निर्माणाधीन गवर्नमेंट हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज (Hydro Engineering College) में 25 अक्टूबर से नए बैच की शुरूआत होनी है. इसके लिए कॉलेज प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है. नगरोटा से बंदला के लिए कक्षाएं शिफ्ट करने को लेकर ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) की ओर से अप्रूवल मिल गया है.
तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक ने बिलासपुर प्रशासन के साथ मीटिंग के बाद स्पॉट विजिट कर निर्माण कार्य की प्रगति का रिव्यू करने के साथ ही निर्माता कंपनी एनटीपीसी को अकेडमिक ब्लॉक, गर्ल्स व ब्वायज हॉस्टल जल्द से जल्द हैंडओवर करने के निर्देश जारी किए हैं.
जानकारी के मुताबिक तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक विवेक चंदेल और कॉलेज के डायरेक्टर कम प्रिंसिपल आरके अवस्थी व अन्य अधिकारी और निर्माता कंपनी के प्रतिनिधियों की शनिवार को यहां जिला मुख्यालय में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एक बैठक हुई. इसमें अब तक की प्रगति व कक्षाएं बंदला शिफ्ट करने को लेकर गहन चर्चा हुई. इसके बाद निदेशक विवेक चंदेल ने अधिकारियों के साथ बंदला साइट पर पहुंचकर निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और निर्माता कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत कर जल्द से जल्द कार्य पूरा करने के निर्देश दिए.
कॉलेज प्रशासन की अक्टूबर माह से कक्षाएं बंदला शिफ्ट करने की योजना है, जिसके लिए निर्माण कार्य का टाइम टू टाइम अपडेट लिया जा रहा है. कंपनी को अगस्त अंत या फिर सितंबर के पहले पखवाड़े तक प्रशासनिक ब्लॉक और हॉस्टल विभाग को हैंडओवर करने के लिए समयावधि निर्धारित की गई है. निदेशक ने पेयजल और बिजली सब-स्टेशन से संबंधित मसलों पर भी संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ चर्चा की.
बता दें कि वर्ष 2017 में बिलासपुर में स्ट्रक्चर न होने की वजह से हाइड्रो कॉलेज की कक्षाएं दो ट्रेड के साथ नगरोटा बगवां में शुरू की गई थी. वैसे कॉलेज के लिए चार ट्रेड स्वीकृत हुए हैं, जिनमें इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, कंप्यूटर साइंस व सिविल शामिल हैं. नगरोटा में इलेक्ट्रिकल व मैकेनिकल की कक्षाएं चल रही हैं, जिनमें 120 प्रशिक्षु अध्ययनरत हैं.
पिछले लंबे समय से कक्षाएं बिलासपुर शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है. लेकिन कोरोना संकट की वजह से निर्माण कार्य में विलंब होने के चलते यह योजना आगे खिसक गई. ताजा स्थिति में अक्टूबर माह में बंदला में कक्षाएं शिफ्ट करने की तैयारी है. एनटीपीसी व एनएचपीसी की संयुक्त हिस्सेदारी से 105 करोड़ की लागत से बंदला में हाइड्रो कॉलेज के भवन एवं अन्य आधारभूत ढांचे को तैयार किया जा रहा है.