बिलासपुर: उपतहसील नमहोल के अंतर्गत पड़ने वाली नमहोल पंचायत के गांव जामला में रास्ते को लेकर ग्रामीणों में विवाद हुआ है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में एक परिवार है जो अवैध रूप से रास्ते के बीच में कार्य कर रहा है और जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्होंने परिवार सहित लोगों को जान से मारने की धमकियां दी और किसी बड़ी पार्टी के साथ संबंध रखने को लेकर गांव के लोगों को डराया गया. इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने उपायुक्त बिलासपुर पंकज राय से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा.
ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में एक परिवार बीच रास्ते में अवैध रुप से डंगे का निर्माण कर रहा है. गांव वालों ने उस परिवार को काफी रोका यहां तक की इस मामले को सुलझाने के लिए वार्ड सदस्य व बीडीसी उपाध्यक्ष द्वारा भी कोशिश की गई तो उन्हें भी जान से मारने और किसी तेजधार हथियार से उनके सर काटने की धमकी दी गई.
वहीं, जब ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर पुलिस और पंचायत प्रधान को मौके पर बुलाया तो प्रशासन ने भी पाया कि एक परिवार द्वारा अवैध तरीके से डंगे का निर्माण किया जा रहा है. लेकिन उसके बावजूद भी वह परिवार नहीं माना और पुलिसकर्मियों के सामने भी कार्य नहीं रोका, लेकिन हैरानी तो उस वक्त हुई जब पुलिस भी यह सब तमाशा देखती रही और कोई कार्रवाई नहीं की गई.
ऐसे में अब गांव के लोगों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं और पुलिस प्रसाशन पर भी मिली भगत के आरोप लगाए हैं. गांववासियों का आरोप है कि किसी बड़े नेता के इशारों पर पुलिस भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही है और पुलिस के सामने ही ग्रामीणों को जान से मारने की धमकियां दी जा रही है लेकिन पुलिस मौन है.
बीडीसी उपाध्यक्ष ने बताया कि गांव में एक परिवार डंगे का निर्माण बीच रास्ते में कर रहा था और जब उसे गांव के लोगों ने रोका तो वह परिवार नहीं माना और लोगों को जान से मारने की धमकियां देने लगा जिसको लेकर ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त से मिला है और उन्हें मामले को लेकर ज्ञापन दिया है. वहीं, ग्रामीण लोगों का कहना है कि इस परिवार ने पूरे गांव के लोगों को परेशान किया हुआ है और यह किसी बड़ी पार्टी से खुद को जुड़ा हुआ बता कर लोगों को डराते है और जान से मारने की धमकियां देते हैं.
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