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बिलासुपर में नाबालिग के साथ गैंगरेप, पीड़िता की मां ने पुलिस पर बेटी को पीटने का लगाया आरोप

बिलासपुर में एक 12 वर्षीय नाबालिग बच्ची का अपहरण और गैंगरेप के मामले में पिड़िता की मां ने पुलिस पर बेटी को पीटने और अमानवीय बातें कहने का आरोप लगाया है. पीड़िता की मां ने मांग की है कि दुष्कर्म के दोषियों के साथ ही दुर्रव्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए.

Bilaspur gangrape case
Bilaspur gangrape case
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Published : Oct 7, 2020, 4:20 PM IST

Updated : Oct 7, 2020, 4:55 PM IST

बिलासपुरः जिला बिलासपुर के सदर थाना के तहत पड़ने वाले एक क्षेत्र में एक 12 वर्षीय नाबालिग बच्ची का अपहरण और गैंगरेप के मामले में पीड़िता की मां ने पुलिस पर न्याय करने के बजाए उन पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है. पीड़िता की मां का कहना है कि पुलिस ने उनकी बेटी को बुरी तरह से पीटा है और अमानवीय बातें कही हैं.

पीड़िता की विधवा मां ने ये आरोप स्थानीय परिधि गृह में आयोजित की गई प्रेसवार्ता के दौरान लगाए. उन्होंने आरोप लगाया कि थाना स्वारघाट और महिला थाना में शिकायत दर्ज करवाने गई उसकी नाबालिग बेटी के साथ मारपीट की गई और देर रात करीब तीन बजे तक थाना में बिना कारण बिठाए रखा.

महिला का कहना है कि पुलिस कर्मियों ने उसकी बेटी और उसे अमानवीय शब्दों और वाक्यों से मानसिक रूप से भी प्रताड़ित किया. पीड़िता की मां ने मांग की है कि दुष्कर्म के दोषियों के साथ ही दुर्रव्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए.

वीडियो.

वहीं, पत्रकारवार्ता में गुरू रविदास महासभा के प्रदेशाध्यक्ष तुलसी दास बंसल ने मामले को संवेदनशील बताया है. उन्होंने कहा कि इस मामले के आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग पुलिस अधीक्षक से की गई है. इसी आशय को लेकर बीते मंगलवार को सभा के एक प्रतिनिधिमंडल ने एसपी बिलासपुर को ज्ञापन भी सौंपा है.

तुलसी दास बंसल ने बताया कि सात सितंबर को एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति ने नाबालिग से बहला फुसला कर दुष्कर्म किया. फिर उस व्यक्ति द्वारा किसी ट्रक में जबरदस्ती बिठाकर नाबालिग को आगे भेज दिया. आरोप है कि ट्रक वाले ने भी दुष्कर्म किया और फिर आगे एक और ट्रक वाले को हवाले नाबालिग को कर दिया. आठ सितंबर को पीड़िता को स्वारघाट के आसपास फेंक दिया गया.

उन्होंने कहा कि पुलिस ने जब इस बच्ची को देखा तो वे थाना स्वारघाट ले आए, जहां पर पीड़िता की मां को फोन कर उसे बुलाया और वापस नाबालिग को भेज दिया. इसी बीच आरोपी पक्ष ने समझौते का दबाव भी बनाया और अनपढ़ महिला से अंगूठा और दस्तख्त ले लिए.

टीडी बंसल ने बताया कि 22 सितंबर को जब गुरु रविदास महासभा को इस मामले के बारे में पता चला तो एसपी बिलासपुर की अनुपस्थिति में एएसपी को मिले, जिन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़िता को महिला थाना भेज दिया.

बंसल ने बताया कि पीड़िता पक्ष को 22 सितंबर को देर रात तीन बजे तक, 23 सितंबर को अढ़ाई बजे तक और 24 को रात 11 बजे तक थाना में बिठाए रखा जबकि इस दौरान भी पीड़िता बच्ची को पुलिस द्वारा पीटा गया. उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि बच्ची के साथ हुए इस मामले दुष्कर्म आरोपियों सहित दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए और जांच अधिकारी को भी बदला जाए.

वहीं, उन्होंने सरकार से यह भी मांग की है कि पीड़िता परिवार के पास रहने के लिए कोई मकान नहीं है. वे सड़क के किनारे अस्थायी शेडनुमा मकान में रहते हैं. पीड़ित परिवार के मकान के लिए सरकार सहायता प्रदान करे. साथ ही उन्होंने पीड़िता के लिए मुआवजे की मांग की है.

गुरु रविदास महासभा के प्रदेशाध्यक्ष टीडी बंसल ने कहा कि जो संस्थाएं महिलाओं और बेटियों के नाम पर आए दिन अखबारों की सुर्खियों में रहती हैं. वे इस मामले पर चुप क्यों हैं. उन्होंने कहा कि मामला निर्भया, हाथरस, राजस्थान या कहीं भी ऐसे मामले हो तो सभी को आवाज उठानी चाहिए. बेटी देश की बेटी होती है. ऐसे में बेटियों को न्याय दिलाने के लिए सभी को एकमंच पर आना जरूरी है.

ये भी पढ़ें- ऊना में देह व्यापर का भंडाफोड़, होटल से पांच लड़कियां बरामद

ये भी पढ़ें- नशे के खिलाफ मंडी पुलिस का एक्शन, 173 ग्राम चिट्टे के साथ 4 आरोपी गिरफ्तार

बिलासपुरः जिला बिलासपुर के सदर थाना के तहत पड़ने वाले एक क्षेत्र में एक 12 वर्षीय नाबालिग बच्ची का अपहरण और गैंगरेप के मामले में पीड़िता की मां ने पुलिस पर न्याय करने के बजाए उन पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है. पीड़िता की मां का कहना है कि पुलिस ने उनकी बेटी को बुरी तरह से पीटा है और अमानवीय बातें कही हैं.

पीड़िता की विधवा मां ने ये आरोप स्थानीय परिधि गृह में आयोजित की गई प्रेसवार्ता के दौरान लगाए. उन्होंने आरोप लगाया कि थाना स्वारघाट और महिला थाना में शिकायत दर्ज करवाने गई उसकी नाबालिग बेटी के साथ मारपीट की गई और देर रात करीब तीन बजे तक थाना में बिना कारण बिठाए रखा.

महिला का कहना है कि पुलिस कर्मियों ने उसकी बेटी और उसे अमानवीय शब्दों और वाक्यों से मानसिक रूप से भी प्रताड़ित किया. पीड़िता की मां ने मांग की है कि दुष्कर्म के दोषियों के साथ ही दुर्रव्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए.

वीडियो.

वहीं, पत्रकारवार्ता में गुरू रविदास महासभा के प्रदेशाध्यक्ष तुलसी दास बंसल ने मामले को संवेदनशील बताया है. उन्होंने कहा कि इस मामले के आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग पुलिस अधीक्षक से की गई है. इसी आशय को लेकर बीते मंगलवार को सभा के एक प्रतिनिधिमंडल ने एसपी बिलासपुर को ज्ञापन भी सौंपा है.

तुलसी दास बंसल ने बताया कि सात सितंबर को एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति ने नाबालिग से बहला फुसला कर दुष्कर्म किया. फिर उस व्यक्ति द्वारा किसी ट्रक में जबरदस्ती बिठाकर नाबालिग को आगे भेज दिया. आरोप है कि ट्रक वाले ने भी दुष्कर्म किया और फिर आगे एक और ट्रक वाले को हवाले नाबालिग को कर दिया. आठ सितंबर को पीड़िता को स्वारघाट के आसपास फेंक दिया गया.

उन्होंने कहा कि पुलिस ने जब इस बच्ची को देखा तो वे थाना स्वारघाट ले आए, जहां पर पीड़िता की मां को फोन कर उसे बुलाया और वापस नाबालिग को भेज दिया. इसी बीच आरोपी पक्ष ने समझौते का दबाव भी बनाया और अनपढ़ महिला से अंगूठा और दस्तख्त ले लिए.

टीडी बंसल ने बताया कि 22 सितंबर को जब गुरु रविदास महासभा को इस मामले के बारे में पता चला तो एसपी बिलासपुर की अनुपस्थिति में एएसपी को मिले, जिन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़िता को महिला थाना भेज दिया.

बंसल ने बताया कि पीड़िता पक्ष को 22 सितंबर को देर रात तीन बजे तक, 23 सितंबर को अढ़ाई बजे तक और 24 को रात 11 बजे तक थाना में बिठाए रखा जबकि इस दौरान भी पीड़िता बच्ची को पुलिस द्वारा पीटा गया. उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि बच्ची के साथ हुए इस मामले दुष्कर्म आरोपियों सहित दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए और जांच अधिकारी को भी बदला जाए.

वहीं, उन्होंने सरकार से यह भी मांग की है कि पीड़िता परिवार के पास रहने के लिए कोई मकान नहीं है. वे सड़क के किनारे अस्थायी शेडनुमा मकान में रहते हैं. पीड़ित परिवार के मकान के लिए सरकार सहायता प्रदान करे. साथ ही उन्होंने पीड़िता के लिए मुआवजे की मांग की है.

गुरु रविदास महासभा के प्रदेशाध्यक्ष टीडी बंसल ने कहा कि जो संस्थाएं महिलाओं और बेटियों के नाम पर आए दिन अखबारों की सुर्खियों में रहती हैं. वे इस मामले पर चुप क्यों हैं. उन्होंने कहा कि मामला निर्भया, हाथरस, राजस्थान या कहीं भी ऐसे मामले हो तो सभी को आवाज उठानी चाहिए. बेटी देश की बेटी होती है. ऐसे में बेटियों को न्याय दिलाने के लिए सभी को एकमंच पर आना जरूरी है.

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Last Updated : Oct 7, 2020, 4:55 PM IST
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