नई दिल्ली : चीन से लेकर दुनिया के कई देशों में कोरोना का कहर बरपा हुआ है. बीते 24 घंटे में दुनियाभर में 1300 से अधिक मौतें हुई हैं. इस बीच भारत भी अलर्ट मोड पर है. चीन में कोहराम मचाने वाले कोरोना के BF.7 वेरिएंट के चार मामले भारत में भी सामने आए हैं. जुलाई में इस वेरिएंट का एक, सितंबर में दो और नवंबर में एक केस मिला था. ये मामले गुजरात और ओडिशा में मिले थे. हालांकि, इस वेरिएंट से संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में ठीक हो गए थे.
गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कोरोना की आंशका को देखते हुए इससे जुड़ी तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक भी करेंगे. इसके अलावा कोविड से दिल्ली में होने वाली मौत के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज आपात बैठक बुलाई है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी समीक्षा बैठक की.
नए वैरिएंट पर नजर रखें, हर पॉजिटिव केस की कराएं जीनोम सिक्वेंसिंग : विभिन्न देशों में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड प्रबंधन के लिए गठित उच्चस्तरीय टीम नाइन के साथ गुरुवार को प्रदेश की स्थिति की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि नए वैरिएंट पर नजर रखी जानी चाहिए. साथ ही हर पॉजिटिव केस की जीनोम सिक्वेंसिंग कराएं. उन्होंने कहा कि यद्यपि विभिन्न देशों में विगत एक सप्ताह से कोविड के नए केस में बढ़ोतरी देखी जा रही है, लेकिन यूपी में स्थिति सामान्य है. दिसम्बर माह में प्रदेश की कोविड पॉजिटिविटी दर 0.01 फीसद रही है.
वर्तमान में कुल एक्टिव केस की संख्या 62 है. विगत 24 घंटों में 27,208 हजार टेस्ट किए गए और एक भी नए मरीज की पुष्टि नहीं हुई. इसी अवधि में 33 लोग ठीक होकर कोरोना मुक्त भी हुए. उन्होंने कहा कि संभव है कि आने वाले कुछ दिनों में नए केस में बढ़ोतरी हो, ऐसे में हमें अलर्ट रहना होगा. यह समय घबराने का नहीं, सतर्क और सावधान रहने का है. कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करना होगा. अस्पतालों, बस, रेलवे स्टेशन, बाजारों जैसे भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क लगाए जाने के लिए लोगों को जागरूक करें.
पब्लिक एड्रेस सिस्टम को एक्टिव करें. योगी ने कहा कि कोविड की बदलती परिस्थितियों पर सूक्ष्मता से नजर रखी जाए. चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य विभाग बेहतर समन्वय के साथ तैयारी करें. राज्य स्तरीय स्वास्थ्य सलाहकार समिति के परामर्श के अनुसार आगे की नीति तय की जाएगी. स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार से सतत संपर्क-संवाद बनाए रखें. उन्होंने कहा कि कोविड प्रबंधन में इंटेग्रेटेड कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की उपयोगिता का हम सभी ने अनुभव किया है.
गृह, स्वास्थ्य और नगर विकास विभाग परस्पर समंन्वय के साथ आइसीसीसी को फिर से एक्टिव करने की तैयारी करें. उन्होंने कहा कि अच्छी गुणवत्ता के साथ दवाएं कम कीमत पर उपलब्ध हों, यह राज्य सरकार की प्राथमिकता है. यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रदेश में जीवनरक्षक दवाओं की कमी न हो. मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन की कार्यपद्धति में सुधार की जरूरत है. स्वास्थ्य मंत्री स्तर से विभाग के कार्यों की समीक्षा की जाए.
पुष्कर सिंह धामी ने की समीक्षा बैठक: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कोविड-19 की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की.
मनसुख मंडाविया लोकसभा में देंगे बयान : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया कोरोना पर लोकसभा में 2:30 बजे बयान देंगे.
भगवंत मान ने बुलाई बैठक : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कोरोना की स्थिति की समीक्षा को लेकर बैठक बुलाई है. बैठक में कोरोना की स्थिति पर चर्चा होगी. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 1:00 बजे सचिवालय में बैठक बुलाई है.
कोरोना को लेकर CM केजरीवाल आज बुलाई इमरजेंसी मीटिंग: कई देशों में कोविड के मामलों में अचानक हो रही वृद्धि के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज आपात बैठक बुलाई है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार कोविड-19 की स्थिति पर नजर रख रही है और मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को नमूनों का जीनोम अनुक्रमण सुनिश्चित करने और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक अन्य कदम उठाने का निर्देश दिया है. एक अधिकारी ने बुधवार को कहा, दिल्ली सरकार सतर्क है. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कल कोरोना वायरस को लेकर आपात बैठक बुलाई है.
उत्तराखंड में जल्द जारी होगी कोविड एसओपी, स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने ली समीक्षा बैठक : स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि चीन में फिर से कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चिंता बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में भी गाइड लाइन तय की जाएगी. भारत सरकार के दिशा-निर्देश का इंतजार और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से चर्चा की जा रही है. स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि भारत सरकार के दिशा निर्देश पर उत्तराखंड में भी जल्द ही कोरोना से बचाव की एसओपी जारी की जाएगी. स्वास्थ मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड में कोरोना जैसे कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन एहतियातन एसओपी जारी कर उसे प्रभावी किया जाएगा. स्वास्थ्य मंत्री डा. रावत बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में पहुंचे थे.
ओडिशा में सितंबर में आया था ओमिक्रॉन बीएफ.7 का मामला, संक्रमित महिला अब अमेरिका में है : ओडिशा में 30 सितंबर को ओमिक्रॉन बीएफ.7 कोविड सब-वेरिएंट के एक मामले का पता चला था, जिस संक्रमित महिला के नमूने की जांच में यह पाया गया, वह अब अमेरिका में है. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने कहा कि खोरधा जिले की एक महिला की आरटी-पीसीआर जांच उसकी मांग पर की गई थी. बाद में क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र (आरएमआरसी), भुवनेश्वर ने नमूने की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई.
महिला ने अपनी अमेरिका यात्रा के लिए टेस्ट करवाया था. इस बीच, ओडिशा सरकार ने चीन, जापान, अमेरिका, दक्षिण कोरिया और ब्राजील में बढ़ते कोविड के मामलों के मद्देनजर सभी कलेक्टरों, जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारियों और स्वास्थ्य संस्थानों के प्रमुखों को कोविड-19 प्रबंधन के लिए निगरानी और संपूर्ण-जीनोम सीक्वेंसिंग (डब्ल्यूजीएस) को मजबूत करने के लिए कहा है. संबंधित अधिकारियों को लिखे पत्र में स्वास्थ्य सचिव शालिनी पंडित ने कहा कि चीन, जापान, अमेरिका, दक्षिण कोरिया और ब्राजील में कोविड मामलों में वृद्धि हुई है, इसलिए संशोधित दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए भारत को अलर्ट मोड पर रखा गया है.
कोविड से निपटने के मिले सबक को अब दोहराया जाना चाहिए : विजयन : केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बुधवार को कई देशों में कोविड मामलों के फिर से बढ़ने की रिपोर्ट के मद्देनजर सभी लोगों को सतर्क रहने और इससे निपटने के मिले सबक को दोहराने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने कुछ देशों में वायरस के प्रकोप की ओर इशारा किया है. इसके साथ हम भी हाई अलर्ट पर जा रहे हैं और स्वास्थ्य मंत्री विभाग की त्वरित प्रतिक्रिया टीम के साथ बैठक कर रहे हैं.
हमने अतीत में कोविड से निपटने में जो सबक सीखे हैं, उनको अब फिर से व्यवहार में लाना चाहिए. विजयन ने कहा कि राहत की बात यह है कि केरल फिलहाल नए मामलों की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है, लेकिन हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सर्दी और खांसी जैसे लक्षण दिखने पर सभी सावधानियां बरती जाएं. यह ताजा चेतावनी ऐसे समय में आई है, जब केरल में और देश में अधिकांश लोगों ने चेहरे पर मास्क लगाना छोड़ दिया है.
(इनपुट एजेंसियां)