रामपुर: शिमला जिला के ऊपरी क्षेत्र के मध्यवर्ती क्षेत्र में सेब का सीजन जोरों पर चल रहा है, लेकिन पिछले दिनों आई आपदा और भारी बारिश से अभी भी कई सड़कें भूस्खलन के कारण बाधित हैं. ऐसे में बागवानों का सेब विभिन्न स्थानों पर सड़कें समय पर बहाल न होने से सड़ने की आशंका जताई जा रही है. वहीं, सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बागवान सेब को पानी में बहाते दिख रहे हैं. यह वायरल वीडियो बलासन गांव का बताया जा रहा है. वहीं, वीडियो वायरल होते ही प्रदेश में सियासत शुरू हो गई है. बीजेपी नेता वीडियो के जरिए प्रदेश सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं.
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता चेतन सिंह बरागटा ने वायरल वीडियो के साथ सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है. भाजपा प्रवक्ता ने कहा सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें साफ दिख रहा है कि बागवानों ने अपने सेब एक नदी में बहा दिए हैं. यह बहुत पीड़ा की बात है. जिस क्षेत्र का यह वीडियो वायरल हो रहा है, वहां की सड़क अभी 20 दिन से खुल नहीं पाई है. जिसके कारण लोगों का सेब बाजार में बिकने के लिए नहीं जा पा रहा है.
उन्होंने कहा कि अभी तक सेब मंडियों में पहुंच जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. इससे भी बड़ी बात यह है कि कल मुख्यमंत्री ने ऊपरी शिमला के दौरे पर आना था, लेकिन उनका हेलीकॉप्टर नहीं उड़ पाया. इसलिए वह दौरा नहीं कर पाए. हम उनसे पूछना चाहते हैं कि अगर हेलीकॉप्टर उड़ेगा नहीं तो आप अपने दौरे नहीं कर पाएंगे, आप सड़क मार्ग से आते तो अपर शिमला के बागवानों का हौंसला बढ़ता. जिस प्रकार से हिमाचल सरकार कार्य कर रही है, उसे साफ प्रतीत होता है कि हिमाचल सरकार जनता को राहत पहुंचाने में असफल है. हम मांग करते हैं कि शिमला जिला के ऊपरी इलाकों की सड़कों को जल्द से जल्द खोला जाए और जनता को राहत पहुंचाई जाए.
वहीं, भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने भी इस वायरल वीडियो के साथ एक ट्वीट किया है. उन्होंने कहा शिमला में सेब उत्पादकों को अपनी उपज नाले में बहाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. क्योंकि हिमाचल में कांग्रेस सरकार किसानों को समय पर फल बाजार तक पहुंचाने में मदद करने में विफल रही है. एक तरफ राहुल गांधी किसानों के लिए आंसू बहाते हैं, दूसरी तरफ, जब किसानों की सहायता की बात आती है तो. कांग्रेस की राज्य सरकारें विनाशकारी साबित होती हैं. यही कारण है कि बाजार में फल और सब्जियां महंगी हैं.
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Apple growers in Shimla are forced to drain their produce in a rivulet because Congress Govt in Himachal has failed to help farmers reach fruits to market in time.
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बता दें कि बीते दिनों लगातार क्षेत्र में हुई भारी बारिश के कारण कई सड़क मार्ग पूरी तरह से बाधित हैं. जिसके बाद सड़कों को बहाल करना काफी मुश्किल हो गया है. वहीं, दूसरी ओर बागवानों का सेब भी बगीचों में तैयार हो चुका है, जिसे सड़क बाधित होने की वजह से मंडियों में पहुंचाना मुश्किल हो रहा है. वहीं, सोशल मीडिया पर सेब को पानी में बहाने का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि यह वीडियो रोहडू उपमंडल के बलासन बराल का बताया जा रहा है.
वायरल वीडियो को लेकर ईटीवी भारत ने एसडीएम रोहडू सनी शर्मा ने बात की, इस दौरान उन्होंने बताया कि जैसे ही, उन्हें इस वीडियो की जानकारी प्राप्त हुई तो, उन्होंने इसकी जानकारी मौके पर मौजूद पटवारी से ली. पटवारी ने बताया कि बागवानों का कुछ सेब सड़ गया था, जिसे उन्होंने पानी में बहा दिया. उन्होंने बताया यह बलासन गांव का मामला है. बागवानों ने बताया कि प्राकृतिक आपदा के आगे सभी बेबस है. ऐसे में सेब सड़ना भी स्वभाविक है. बागवानों ने बताया कि उनका कुछ सेब सड़ चुका था, लेकिन अभी जो बेहतरीन सेब है, वह मंडियों को ले जाने के लिए तैयार है.
एसडीएम ने बताया कि सड़क को जल्द से जल्द बहाल करने का प्रयास किया जाएगा. ताकि बागवानों को नुकसान न हो, इसके लिए सरकार व प्रशासन प्रयास कर रहा है. एसडीएम ने बताया कि लगातार इस मार्ग को खोलने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन इस मार्ग पर बार-बार चट्टान गिरने और मलबा आने के कारण मार्ग बंद हो रहा है. जिस कारण बागवानों का सेब मंडियों में पहुंचाना मुश्किल हो रहा है. उन्होंने इसकी जानकारी पटवारी से ली. गौरतलब है कि जुब्बल से बलासन रोड भारी बारिश से भूस्खलन होने के कारण बाधित पड़ा हुआ है.
एसडीएम रोहडू ने बताया कि लगातार इस मार्ग को खोलने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन इस मार्ग पर बार बार चट्टान गिरने और मलबा आने के कारण मार्ग बंद हो रहा है. जिस कारण बागवानों का सेब मंडियों में पहुंचाना मुश्किल हो रहा है. जब उन्होंने मौके का मुआयना किया तो यहां पर पाया की बागवानों का कुछ सेब सड़ गया था, जिसे उन्होंने पानी में बहा दिया. ऐसे में मौके पर जाकर उन्होंने बागवानों से बात की और उनकी समस्याओं को जानने का प्रयास किया.
बागवानों ने बताया कि प्राकृतिक आपदा के आगे सभी बेबस है, ऐसे में सेब सड़ना भी स्वभाविक है. बागवानों ने बताया कि उनका कुछ सेब सड़ चुका था, लेकिन अभी जो बेहतरीन सेब है, वह मंडियों को ले जाने के लिए तैयार है. एसडीएम ने बताया कि सड़क को जल्द से जल्द बहाल करने का प्रयास किया जाएगा. ताकि बागवानों को नुकसान न हो, इसके लिए सरकार व प्रशासन प्रयास कर रहा है.