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हिमाचल सरकार का बड़ा फैसला, कर्मचारी चयन आयोग का कामकाज निलंबित, सभी भर्तियों पर रोक

हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के फंक्शनिंग (सभी कामों पर रोक) को प्रदेश सरकार ने निलंबित कर दिया है. फिलहाल सरकार ने आयोग के सारे कार्य निलंबित कर दिए हैं और आयोग के चेयरमैन और सदस्य फिलहाल कोई कार्य नहीं करेंगे. पढ़ें पूरी खबर...

Himachal Pradesh Staff Selection Commission
हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर (फाइल फोटो).
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Published : Dec 26, 2022, 7:29 PM IST

Updated : Dec 26, 2022, 7:42 PM IST

हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के सारे कार्यों पर रोक

हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के फंक्शनिंग (सभी कामों पर रोक) को प्रदेश सरकार ने निलंबित कर दिया है. जूनियर ऑफिस असिस्टेंट पोस्ट कोड 965 पेपर लीक मामले के बाद सरकार ने यह बड़ा फैसला लिया है. फिलहाल प्रदेश सरकार ने तमाम भर्ती प्रक्रिया पर भी रोक लगा दी है और आयोग के सचिव तथा उप सचिव को शिमला तलब कर लिया है. पेपर लीक मामले में सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार की यह बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक मानी जा रही है.

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पिछले कल ही दिल्ली से शिमला लौटे हैं और संभावना जताई जा रही थी कि मुख्यमंत्री के हिमाचल लौटते ही कुछ इस तरह का बड़ा एक्शन देखने को मिल सकता है. फिलहाल सरकार ने आयोग के सारे कार्य निलंबित कर दिए हैं और आयोग के चेयरमैन और सदस्य फिलहाल कोई कार्य नहीं करेंगे. जूनियर ऑफिस असिस्टेंट की भर्ती के पेपर के अलावा दो अन्य परीक्षाओं के पेपर भी कर्मचारी चयन आयोग की महिला कर्मचारी के पास बरामद किए गए थे आरोपी महिला आयोग की गोपनीय ब्रांच में तैनात थी ऐसे में आगामी भर्तियों में पेपर लेकर के संभावनाओं को देखते हुए सरकार की तरफ से यह बड़ा निर्णय लिया गया है. अब आयोग का ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (OSD) का जिम्मा हमीरपुर के ADC जितेंद्र सांजटा को सौंपा गया है.

विभिन्न पोस्टकोड के तहत आने वाले दिनों में प्रस्तावित थी लिखित परीक्षाएं: आपको बता दें कि आने वाले दिनों में आधा दर्जन के लगभग भर्ती प्रक्रिया है पूरी की जानी थी और इसके लिए एडमिट कार्ड भी अभ्यर्थियों को जारी कर दिए गए थे. हजारों छात्र इन भर्ती परीक्षाओं का इंतजार कर रहे थे और आगामी 5 से 7 दिनों के भीतर ही विभिन्न पोस्टकोड के अंतर्गत लिखित परीक्षाएं आयोजित होनी थी, लेकिन पेपर लीक कांड के बाद अब सरकार ने एहतियात के तौर पर सभी भर्ती प्रक्रिया को फिलहाल रोक दिया है.

Himachal Pradesh Staff Selection Commission Hamirpur
ऑर्डर की कॉपी.

क्या है मामला: दरअसल 23 दिसंबर को कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर की तरफ से जूनियर ऑफिस अस्सिटेंट पोस्ट कोड की परीक्षा के आयोजन के लिए प्रदेश भर में टीमें रवाना की गई थी और इस दौरान ही हमीरपुर में पेपर लीक का खुलासा विजिलेंस की टीम ने किया. इस तमाम मामले में कर्मचारी चयन आयोग की गोपनीय ब्रांच में तैनात महिला कर्मचारी उमा आजाद मुख्य आरोपी बनी है उनके अलावा उनका बेटा और चार अन्य लोग भी आरोपी हैं कुल 6 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है.

पेपर लीक मामले में एसआईटी गठित: हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग का पेपर लीक होने के बाद जहां सरकार सख्ती अपना रही है उसके बाद अब पुलिस ने भी मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी है. एसआईटी एडीजीपी विजिलेंस ने गठित की है. जिसमें डीआईजी विजिलेंस जी शिव कुमार हेड होंगे. उनके अधीन 3 एसपी जिसमें एसपी राहुल नाथ, एसपी अंजुम आरा और एसपी बलबीर सिंह होंगे. इसके अतिरिक्त 4 एएसपी स्तर के अधिकारी रहेंगे. वहीं, 3 डीएसपी एसआईटी में जांच करेंगे.

गौरतलब है कि पेपर लीक मामले में काफी दबाव बढ़ रहा है. जहां विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर में पेपर लीक मामले में सवाल उठाए थे वहीं, आज कांग्रेस के विधायक ने भी इस मामले में गंभीरता से जांच करने का आश्वासन दिया था. उसके बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने हमीरपुर स्टाफ सिलेक्शन बोर्ड पर बड़ी कार्रवाई की. वहीं, डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि पेपर लीक मामले में एसआईटी गठित कर दी गई है और जल्द ही आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि एक अलग टीम हमीरपुर में भी जांच कर रही है जो करती रहेगी.

ये भी पढ़ें- हिमाचल में JOA IT Paper Leak ने बटोरी सुर्खियां, क्या अब सुक्खू सरकार आयोग में करेगी सर्जिकल स्ट्राइक ?

ये भी पढ़ें- सीएम सुक्खू और उनके परिवार पर टिप्पणी करने का हमीरपुर में विरोध, पुलिस विभाग को सौंपा ज्ञापन

हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के सारे कार्यों पर रोक

हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के फंक्शनिंग (सभी कामों पर रोक) को प्रदेश सरकार ने निलंबित कर दिया है. जूनियर ऑफिस असिस्टेंट पोस्ट कोड 965 पेपर लीक मामले के बाद सरकार ने यह बड़ा फैसला लिया है. फिलहाल प्रदेश सरकार ने तमाम भर्ती प्रक्रिया पर भी रोक लगा दी है और आयोग के सचिव तथा उप सचिव को शिमला तलब कर लिया है. पेपर लीक मामले में सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार की यह बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक मानी जा रही है.

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पिछले कल ही दिल्ली से शिमला लौटे हैं और संभावना जताई जा रही थी कि मुख्यमंत्री के हिमाचल लौटते ही कुछ इस तरह का बड़ा एक्शन देखने को मिल सकता है. फिलहाल सरकार ने आयोग के सारे कार्य निलंबित कर दिए हैं और आयोग के चेयरमैन और सदस्य फिलहाल कोई कार्य नहीं करेंगे. जूनियर ऑफिस असिस्टेंट की भर्ती के पेपर के अलावा दो अन्य परीक्षाओं के पेपर भी कर्मचारी चयन आयोग की महिला कर्मचारी के पास बरामद किए गए थे आरोपी महिला आयोग की गोपनीय ब्रांच में तैनात थी ऐसे में आगामी भर्तियों में पेपर लेकर के संभावनाओं को देखते हुए सरकार की तरफ से यह बड़ा निर्णय लिया गया है. अब आयोग का ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (OSD) का जिम्मा हमीरपुर के ADC जितेंद्र सांजटा को सौंपा गया है.

विभिन्न पोस्टकोड के तहत आने वाले दिनों में प्रस्तावित थी लिखित परीक्षाएं: आपको बता दें कि आने वाले दिनों में आधा दर्जन के लगभग भर्ती प्रक्रिया है पूरी की जानी थी और इसके लिए एडमिट कार्ड भी अभ्यर्थियों को जारी कर दिए गए थे. हजारों छात्र इन भर्ती परीक्षाओं का इंतजार कर रहे थे और आगामी 5 से 7 दिनों के भीतर ही विभिन्न पोस्टकोड के अंतर्गत लिखित परीक्षाएं आयोजित होनी थी, लेकिन पेपर लीक कांड के बाद अब सरकार ने एहतियात के तौर पर सभी भर्ती प्रक्रिया को फिलहाल रोक दिया है.

Himachal Pradesh Staff Selection Commission Hamirpur
ऑर्डर की कॉपी.

क्या है मामला: दरअसल 23 दिसंबर को कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर की तरफ से जूनियर ऑफिस अस्सिटेंट पोस्ट कोड की परीक्षा के आयोजन के लिए प्रदेश भर में टीमें रवाना की गई थी और इस दौरान ही हमीरपुर में पेपर लीक का खुलासा विजिलेंस की टीम ने किया. इस तमाम मामले में कर्मचारी चयन आयोग की गोपनीय ब्रांच में तैनात महिला कर्मचारी उमा आजाद मुख्य आरोपी बनी है उनके अलावा उनका बेटा और चार अन्य लोग भी आरोपी हैं कुल 6 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है.

पेपर लीक मामले में एसआईटी गठित: हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग का पेपर लीक होने के बाद जहां सरकार सख्ती अपना रही है उसके बाद अब पुलिस ने भी मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी है. एसआईटी एडीजीपी विजिलेंस ने गठित की है. जिसमें डीआईजी विजिलेंस जी शिव कुमार हेड होंगे. उनके अधीन 3 एसपी जिसमें एसपी राहुल नाथ, एसपी अंजुम आरा और एसपी बलबीर सिंह होंगे. इसके अतिरिक्त 4 एएसपी स्तर के अधिकारी रहेंगे. वहीं, 3 डीएसपी एसआईटी में जांच करेंगे.

गौरतलब है कि पेपर लीक मामले में काफी दबाव बढ़ रहा है. जहां विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर में पेपर लीक मामले में सवाल उठाए थे वहीं, आज कांग्रेस के विधायक ने भी इस मामले में गंभीरता से जांच करने का आश्वासन दिया था. उसके बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने हमीरपुर स्टाफ सिलेक्शन बोर्ड पर बड़ी कार्रवाई की. वहीं, डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि पेपर लीक मामले में एसआईटी गठित कर दी गई है और जल्द ही आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि एक अलग टीम हमीरपुर में भी जांच कर रही है जो करती रहेगी.

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Last Updated : Dec 26, 2022, 7:42 PM IST
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