मैंगलुरु: कर्नाटक के मैंगलुरु में किसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सीपीआई नेता कन्हैया कुमार पहुंचे. उनके संबोधन के दौरान एक छात्रा अचानक खड़ी हुई और कन्हैया के सामने एक के बाद एक सवालों की झड़ी लगा दी. कन्हैया ने भी छात्रा को विनम्रता के साथ सुना और फिर उसके हर सवाल के जवाब भी दिए. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है.
कन्हैया के संबोधन के बीच छात्रा ने एक शख्स को रोकते हुए अपने सवाल पूछने शुरू किए. छात्रा ने कहा कि कन्हैया कुमार जय श्री राम, मैंगलुरु के युवाओं की ओर से मेरा आपसे एक निवेदन है. स्वतंत्रता दिवस नजदीक है, मैं चाहती हूं कि आप एक बार जय हिंद जरूर बोलें. क्या आप एक बार जय हिंद बोल सकते हैं? मैगलुरु के लिए ये गर्व की बात होगी.
छात्रा के ये बात खत्म करते ही कन्हैया ने जवाब देना शुरू किया और कहा कि देखिए एक तो आपने जय श्री राम कहा है, लेकिन हमारे यहां लोग सीता राम बोलते हैं. इतना बोलते ही लोगों ने हल्ला करना शुरू कर दिया.
थोड़े इंतजार के बाद छात्रा ने कन्हैया की बात का जवाब देते हुए एक और सवाल पूछा. छात्रा ने कहा कि माफ कीजिएगा, आप लोग सीता राम भी बोले, ये सब इंकलाब भी बोलेंगे, लेकिन मेरा आपसे एक ही सवाल है, जिस पर कन्हैया ने कहा कि मैं आपके पिछले सवाल का जवाब दे देता हूं.
छात्रा काफी भड़की हुई थी और अपनी नराजगी जाहिर करते हुए उसने कहा कि मुझे नहीं चाहिए आपका जवाब. जब आपको जय श्री राम से कोई फर्क पड़ता ही नहीं तो फिर ये बात कोई मायने नहीं रखती. बात यहीं खत्म नहीं हुई लड़की ने कुमार की कही हुई बात का हवाला देते हुए एक और सवाल दाग दिया. छात्रा ने पूछा कि आप एक राष्ट्र एक शक्ति में क्यों नहीं विश्वास करते.
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इस सवाल का उत्तर देते हुए कन्हैया ने कहा कि बात ये है कि मेरी पैदाइश दो लोगों के मिलने से हुई है. मेरे माता-पिता की शादी के फल स्वरूप मैं पैदा हुआ. रही बात वन नेशन के समर्थन की तो बता दें, देश तो एक ही है. भारत एक है और इसमें कोई सोचने वाली बात नहीं है. इस एक राष्ट्र के एक संविधान में 300 से अधिक अनुच्छेद हैं. इस एक राष्ट्र की एक संसद में दो सदन हैं...एक राज्यसभा और दूसरी लोकसभा. चुन कर जाने वाले लोगों में भी कोई एक व्यक्ति नहीं, बल्कि 545 लोग होते हैं. एसलिए ये वन्नेस (एकता) देश विभन्नता को दर्शाती है.
आगे वे कहते हैं कि जय श्री राम आप बोलिए ये आपकी आजादी है. ये आजादी हमें संविधान से मिली है. मेरा आप से आग्रह है कि आप भी कभी-कभी संविधान की जय बोलिए क्योंकि ये आजादी हमारा संविधान ही देता है.