यमुनानगर: सिविल अस्पताल में युवक की मौत को लेकर परिजनों ने अस्पताल स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाए हैं. परिजनों का आरोप है कि रात को जब युवक बुखर से तडफ रहा था तो डाक्टर नर्स व अन्य स्टाफ गहरी नींद में था और परिजनों के कहने पर खिजराबाद निवासी अक्षय कुमार को बुखार था. परिजन उसे पहले जगाधरी लेकर गए, लेकिन तेज बुखार होने के कारण उसे यमुनानगर रेफर कर दिया था.
इस दौरान उसका कोरोना टेस्ट भी किया गया लेकिन उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई. अक्षय को जब यमुनानगर के अस्पताल में दाखिल किया तो रात को उसकी तबियत बिगड़ गई. रात को अक्षय के परिजन अस्पताल स्टाफ से बार-बार जांच के लिए कहते रहे लेकिन कोई भी अपनी नींद को खराब नहीं करना चाहता था.
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर, नर्स और अन्य स्टाफ नींद में था. किसी ने अक्षय को दवा देना उचिन नहीं समक्षा, जिस कारण सुबह होते-होते अक्षय ने दम तोड़ दिया. जिसके बाद परिजनों ने जब हंगामा किया तो सीनियर डॉक्टर अस्पताल पहुंच गए और परिजनों को समझाने लगे, लेकिन किसी ने इस बात को नहीं स्वीकारा की अक्षय को समय से इलाज नहीं मिल पाया.
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