यमुनानगर: सरस्वतीनगर के सुलतानपुर गांव में दिसंबर महीने के बाद महिलाओं को विधवा पेंशन नहीं मिली. इसकी शिकायत लेकर महिलाएं जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय में पहुंची, जहां उन्होंने अधिकारियों से बात की.
सुलतानपुर गांव की महिलाओं ने बताया कि उनका पेंशन खाता छप्पर के एचडीएफसी बैंक में है. बैंक के कर्मचारी महीने में केवल एक बार ही पेंशन बांटने गांव में आते हैं. उस दिन यदि कोई पात्र गांव में न हो तो उसे पेंशन देते नहीं या फिर अगले माह मिलती है. वहीं तीन साल से फरवरी और मार्च माह की पेंशन में गडबड़ी हो रही है. करीब 30 विधवा महिलाओं की पेंशन कहां जा रही है. इसकी जांच होनी चाहिए.
इस बार भी उन्हें दिसंबर की पेंशन जनवरी में मिली थी. जनवरी और फरवरी की पेंशन अभी तक उन्हें नहीं मिली है. महिलाओं ने बताया कि जिन लोग बैंक में पेंशन लेने जाते हैं, उन्हें तो हर माह पेंशन मिलती है. लेकिन जिन्हें कर्मचारी गांव में देते हैं उन्हीं के खातों में गड़बड़ी कर रखी है.
महिलाओं ने आरोप लगाया कि बैंक कर्मचारी पेंशन देने में हेराफेरी करते हैं. कभी महिलाओं की पेंशन नहीं देते. इसलिए वह अब बैंक से ही पेंशन लेना चाहते हैं. उनका कहना है कि उन्हें तो आज तक उनके खाता नंबर भी नहीं बताए गए और न ही पासबुक बैंक ने दी है.
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वही एचडीएफसी बैंक के कलस्टर हेड रोहित चड्ढा का कहना है कि महिलाओं को पेंशन नहीं मिल रही है. ऐसे आरोप गलत हैं, सभी को पेंशन दी गई है. जनवरी की पेंशन देरी से मिली जो 28 फरवरी को गांव में जाकर बांटी गई है.
फरवरी की बुढ़ापा पेंशन 24 मार्च को दी गई फरवरी की विधवा और दिव्यांग पेंशन अभी तक खातों में जमा नहीं हो पाई. जब मुख्यालय से ही पेंशन नहीं आएगी तो हम कैसे लोगों को दें. वीरवार को भी गांव में पेंशन बांटी गई हैं.
जिला समाज कल्याण अधिकारी सुरजीत कौर का कहना है कि सरकार ने किसी व्यक्ति या विधवा महिला की पेंशन नहीं दी है. जनवरी और फरवरी की पेंशन सबके खातों में जमा की है. बैंक ने पेंशन अभी तक क्यों नहीं दी, इसकी जांच की जाएगी.
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