यमुनानगर: जिल में पंचायत विभाग द्वारा कराए जा रहे सड़क निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल (substandard construction In Yamunanagar) करने का मामला सामने आया है. मामला जिले के रादौर में बापौली गांव का है. जहां लाखों रुपए की लागत से सड़क निर्माण कार्य (road construction In Yamunanagar) करवाया जा रहा था. घटिया निर्माण से नाराज ग्रामीणों ने इसकी सूचना पूर्व राज्यमंत्री कर्णदेव काम्बोज को दी. इस पर पूर्व मंत्री मौके पर पहुंचे और निर्माण कार्य में बरती जा रही कोताही पर नाराजगी जताई.
निरीक्षण के दौरान पूर्व मंत्री ने विभाग के जेई को मौके पर बुलाकर फटकार लगाई. पूर्व मंत्री ने कार्य की जांच कर ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करने को कहा. पूर्व मंत्री ने जिम्मेदार अधिकारियों की शिकायत सीएम से करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करने की भी बात कही. जिले में रादौर के बापौली गांव में लाखों रुपए की लागत से कच्चे रास्ते को पक्का करने का कार्य किया जा रहा है. ग्रामीणों ने ठेकेदार पर घटिया सामग्री से सड़क निर्माण करने का आरोप लगाया है.
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ग्रामीणों का आरोप है कि इस बारे में उन्होंने कई बार पंचायत विभाग को भी सूचित किया था. बावजूद इसके विभाग के अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं. बलबीर हुड्डा ने बताया कि ईंटों से बनाई जा रही सड़क में घटिया स्तर की ईंटों का इस्तेमाल किया जा रहा है. ईंटें थोड़ा सा वजन भी सहन नहीं कर सकती हैं. ठेकेदार ने आधे अधूरे कार्य में बरम बनाने का कार्य भी नहीं किया है. जिससे सड़क के दोनों ओर से ईंटें उखड़ना शुरू हो गई हैं.
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उन्होंने पूरे कार्य की जांच कर दोषी ठेकेदार व अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. मौके पर पहुंचे पूर्व मंत्री कर्णदेव कंबोज ने कहा कि ग्रामीणों की शिकायत पर वह इस कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे थे. यहां उन्होंने देखा कि ग्रामीणों की शिकायत जायज है. ग्रामीणों ने उन्हें दिखाया कि किस प्रकार घटियां स्तर की ईंटें लगाकर धांधली की जा रही है. उन्होंने भी माना कि ईंटें बहुत ही घटियां स्तर की लगाई जा रही हैं.
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उन्होंने कहा कि वे इस मामले को विभाग के उच्चाधिकारियों के समक्ष रखेंगे. वहीं जिम्मेदार अधिकारियों की शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगे. वहीं पंचायत राज विभाग के जेई तरसेम ने बताया कि फिलहाल ठेकेदार को इस कार्य का भुगतान नहीं किया गया है. ठेकेदार को नोटिस भी दिए गए हैं. जिसमें इन ईंटों को बदलने को कहा गया है. अगर ठेकेदार अपना कार्य तय मापदंड के अनुसार नहीं करता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. ठेकेदार का भुगतान नहीं किया जाएगा.